पटना

पटना: गड़बड़ी वाले नियोजन इकाइयों की रद्द होगी काउंसलिंग


दरभंगा के 17 पंचायतों की काउंसलिंग रद्द होने के आसार

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में गड़बड़ी वाले पंचायत नियोजन इकाइयों की काउंसलिंग रद्द होने के आसार हैं। दरभंगा जिले के बहेड़ी प्रखंड के तकरीबन 17 पंचायत नियोजन इकाइयों के लिए हुई काउंसलिंग भी रद्द होने की प्रबल संभावना है। प्रदेश में तकरीबन 94 हजार प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए दूसरे चरण की काउंसलिंग का शुक्रवार को अंतिम दिन था।

शुक्रवार को प्रदेश भर में तकरीबन दो हजार पंचायत नियोजन इकाइयों में 10600 पंचायत शिक्षकों की नियुक्ति के लिए काउंसलिंग हुई। काउंसलिंग की मॉनिटरिंग शिक्षा विभाग में बनाये गये कंट्रोल रूम से की जा रही थी। मॉनिटरिंग के लिए हर जिले में जिला स्तर पर भी कंट्रोल रूम बनाये गये थे। शिक्षा विभाग का कंट्रोल रूम जिलों से पल-पल की खबरें ले रहा था। इसके लिए कंट्रोल रूम में उपनिदेशक प्रभात कुमार पंकज सहित अधिकारी एवं कर्मचारी तैनात थे।

प्राथमिक शिक्षा निदेशक अमरेंद्र प्रसाद सिंह फोन पर स्वयं उन जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात कर रहे थे, जहां से गड़बड़ी की शिकायतें आ रही थीं। दरभंगा जिले के बहेड़ी प्रखंड के 17 पंचायत नियोजन इकाइयों की काउंसलिंग रद्द होने की प्रबल संभावना जतायी जा रही है। इसलिए कि, वहां के बीडीओ अस्वस्थ बताये गये हैं। काउंसलिंग केंद्र के बाहर अभ्यर्थियों के हंगामे की खबर भी पहुंची है। इस मामले में प्राथमिक शिक्षा निदेशक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने दरभंगा की जिला शिक्षा पदाधिकारी विभा कुमारी से फोन पर जानकारी ली है।


पारू को देखिये डीईओ साहब!

पटना। डीईओ साहब बोल रहे हैं न ! पारू को देखिये ! ऐसे ही निर्देश शिक्षा विभाग से शुक्रवार को पंचायत नियोजन इकाइयों के लिए पंचायत शिक्षकों की नियुक्ति हेतु हुई काउंसलिंग के दौरान अधिकारियों को मिल रहे थे। काउंसलिंग की राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग के लिए शिक्षा विभाग में बनाये गये कंट्रोल रूम तो सक्रिय था ही, प्राथमिक शिक्षा निदेशालय में अधिकारियों की फोन की घंटी भी लगातार बजती रही। मोबाइन फोन और लैंडलाइन दोनों की घंटी।

स्थिति यह रही कि मॉनिटरिंग में लगे अधिकारियों के पास लंच के लिए भी वक्त नहीं था। लंच टाइम के बाद एक अधिकारी के फोन की घंटी थमी, तो उन्होंने लंच बॉक्स खोला। अभी पहला कौर ही मुंह में गया था कि लैंड लाइन की घंटी बजने लगी। लंच छोड़ अधिकारी ने फोन उठाया। उधर से कोई अभ्यर्थी थे। पारू को लेकर शिकायत कर रहे थे। मुजफ्फरपुर जिले में है पारू। अभ्यर्थी की बात सुन अधिकारी ने क्षण भर भी वक्त गंवाये बिना मुजफ्फरपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी को फोन किया, ताकि अभ्यर्थी की शिकायत दूर की जा सके।


काउंसलिंग को लेकर जिलों से रिपोर्ट आने के बाद शिक्षा विभाग विभाग उसकी समीक्षा करेगा। समीक्षा में जिन पंचायत नियोजन इकाइयों में गड़बड़ी पायी जायेगी, उसकी काउंसलिंग रद्द होगी। यहां पटना जिले के 77 पंचायत नियोजन इकाइयों के लिए 10 काउंसलिंग केंद्रों पर काउंसलिंग हुई।

आपको बता दूं कि दूसरे चरण में उन नियोजन इकाइयों के लिए दो अगस्त से काउंसलिंग चल रही थी,  जहां छूटे हुए दिव्यांग अभ्यर्थियों के आवेदन पड़े थे। इसके साथ ही पहले चरण में जिन पंचायत नियोजन इकाइयों की काउंसलिंग रद्द या स्थगित हुई थी, की काउंसलिंग भी दूसरे चरण में हुई। ऐसे पंचायत नियोजन इकाइयों की संख्या तकरीबन चार सौ है। पहले चरण में उन नियोजन के लिए काउंसलिंग हुई थी, जहां छूटे हुए दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए आवेदन नहीं पड़े थे।