पटना

पटना: मनरेगा से मिलेग सबको रोजगार : श्रवण


(आज समाचार सेवा)

पटना। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि ग्रामीण परिवार के अकुशल शारीरिक श्रम कार्य करने के इच्छुक व्यस्कों को एक वित्तीय वर्ष में कम-से-कम 100 दिनों के गारंटीयुक्त रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रारम्भ की गई मनरेगा योजना वर्त्तमान कोरोना संक्रमण काल में वरदान साबित हो रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण बिहार के बाहर अन्य राज्यों से बिहार लौटे लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु विभाग तत्पर है।

मंत्री ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग ने सभी जिला को निदेश दिया है कि जॉब कार्ड बनाने के इच्छुक सभी ग्रामीण परिवार के व्यस्क लोगों को अबिलम्ब जॉब कार्ड बनाकर उन्हें मनरेगा योजना के तहत काम उपलब्ध कराया जाय, अधिक से अधिक संख्या में योजनाओं में कार्य कराया जाय ताकि लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही उन्हें अपने जीवनयापन हेतु राशि उपलब्ध हो। जिलों को निदेश दिया गया है कि जिस प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से बचाव हेतु लाउडस्पीकर से प्रचार करना है उसी प्रकार लोगों को मनरेगा योजना में रोजगार प्राप्त करने हेतु लाउडस्पीकर से प्रचार-प्रसार किया जाय।

उन्होंने कहा कि मजदूरी एवं प्रयुक्त सामग्री की राशि का अबिलम्ब भुगतान हो, मजदूरी मद में र्प्याप्त राशि उपलब्ध है, सामग्री मद की राशि का भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का निदेश है कि राशि की कमी होने पर राज्य सरकार तत्काल अपनी राशि से भुगतान करेगी जिसका समायोजन केन्द्र सरकार से राशि मिलने पर किया जायेगा।

मंत्री ने मनरेगा योजना की प्रगति की चर्चा करते हुए बताया कि राज्य में मनरेगा योजना में वर्त्तमान में 3 लाख 6 हजार से अधिक योजनाओं में लगभग 11 लाख मजदूर काम कर रहे हैं। इन योजनाओं में व्यक्तिगत श्रेणी, जल संरक्षण, वृक्षारोपण एवं अन्य योजनाएं शामिल है। उन्होंने बताया कि वर्त्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक 40 हजार 773 जॉब कार्ड निर्गत किये जा चुके हैं जिससे लगभग 66 हजार व्यक्तियों को जोड़ा गया है तथा इस वित्तीय वर्ष में 2 करोड़ 8 लाख 23 हजार 724 मानव दिवस सृजित किये जा चुके हैं तथा प्रतिदिन औसतन 10 लाख मजदूर इस योजना में काम कर रहे हैं।

कार्यस्थलों पर कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक व्यवस्था की देख-रेख हेतु 30 मजदूरों पर 1 जीविका दीदी को महिला मेट के रूप में रखा गया है। सभी कार्य स्थलों पर साबुन/हैंडवॉस, हाथ धोने हेतु पानी की व्यवस्था, मास्क आदि की प्र्याप्त व्यवस्था के साथ-साथ मजदूरों को टीकाकरण हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।

मजदूरों के तम्बाकू, गुटखा आदि के उपयोग एवं थूकने पर प्रतिबंध, औजारों, व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुओं के आदान-प्रदान की मनाही के साथ-साथ लंच के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन एवं घर से आने-जाने के दौरान हिदायत बरतने का निदेश दिया गया है। मंत्री श्री कुमार ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग अपनी जिम्मेवारियों का पूरी तरह से निर्वहन करता रहेगा।