पटना

पटना: जुमलेबाज हैं नेता प्रतिपक्षः कुशवाहा


(आज समाचार सेवा)

पटना। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने नीतीश सरकार पर बेवजह तंज कसने मामले को लेकर पलटवार करते हुए प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को जुमलेबाज नेता करार दिया है।  सरकार के खिलाफ बार-बार गलत बयानी करने से प्रदेश में तेजस्वी प्रसाद यादव की छवि जुमलेबाज नेता की बन गई है ऐसे में तेजस्वी को अब अपना नाम बदलकर  जुमला प्रसाद यादव रख लेना चाहिए क्योंकि यही नाम उन पर अब सटीक बैठ रहा है।

तेजस्वी प्रसाद पर तीखा प्रहार करते हुए श्री कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी की राजनीति अब केवल जुमलेबाजी की इर्द गिर्द रह गई है और जन सरोकार से उनका नाता टूट चुका है।  यही कारण है  बिहार में राजद का जनाधार समाप्त होने के कगार पर है। उन्होने कहा कि बिहार में राजद का जनाधार खिसकने के बाद भी तेजस्वी प्रसाद यादव भ्रम नहीं टूट रहा है

श्री कुशवाहा ने  कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव बार बार डबल इंजन की सरकार बता कर नीतीश सरकार पर बेवजह तंज करते रहते हैं और उन्हें लगता है कि नीतीश सरकार को डबल इंजन वाली सरकार बताने के उनके जुमले से सरकार के सेहत पर कोई असर पड़ेगा तो यह भी उनका एक महाभ्रम है। इससे प्रदेश की जनता तेजस्वी की इस जुमले के झांसे में नहीं आने वाली बल्कि तेजस्वी प्रसाद यादव कि गलत बयानी से प्रदेश में उनकी छवि जुमलेबाज नेता बन चुकी है।

उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि जुमलेबाज नेता की छवि अख्तियार करने के कारण ही प्रदेश की जनता अब तेजस्वी प्रसाद यादव को गंभीरता से नहीं ले रही है और इसी कारण है कि बिहार का मुख्यमंत्री बनने की सपना देखने वाले तेजस्वी प्रसाद यादव कि पिछले चुनाव में हार हो गई

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा का कहना है की यदि केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार होने का हवाला देकर तेजस्वी यादव नीतीश सरकार को डबल इंजन की सरकार  बता कर बेवजह तंज कसते रहते हैं तो उनके इस जुमलेबाजी पर सवाल पूछना लाजमी है। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा 1990 से लेकर 2005 तक बिहार में लालू लालू राबड़ी की कुशासन वाली सरकार चली थी तो क्या वह डबल इंजन की सरकार नहीं थी?

इतना ही नहीं उमेश सिंह कुशवाहा ने यह भी कहा की उस दौरान केंद्र में  कांग्रेस और राजद समर्थित वाली यूनाइटेड फ्रंट वाली सरकार लंबे समय तक चली चली थी। इस तरह से उस समय तो बिहार में डबल नहीं बल्कि ट्रिपल इंजन की सरकार थी तब बिहार का डेवलपमेंट क्यों गर्त में चला गया। उमेश सिंह कुशवाहा के मुताबिक तब की सरकार में लालू राबड़ी शासन के साथ केंद्र की राजद समर्थित  सरकार थी। इस तरह बिहार में ट्रिपल इंजन की सरकार चली।

यही नहीं ट्रिपल इंजन की सरकार में जुमला प्रसाद यादव के दोनों मामा जो भ्रष्टाचार और दबंगता के वाहक के रूप में ट्रिपल इंजन के सरकार के  साथ दो डब्बे के रूप में तैनात  थे। इतना ही नहीं जुमला प्रसाद यादव के दोनों मामा के साथ न जाने और कितने दबंग और भ्रष्टाचार के वाहक डब्बे के रूप में उस ट्रिपल इंजन की सरकार के साथ  जुड़ हुए थे। जिसके चलते 15 साल तक बिहार में कुशासन का राज रहा जिसे कोर्ट ने जंगलराज की संज्ञा दी थी और यही कारण था कि लालू राबड़ी शासनकाल में बिहार का सत्यानाश हुआ।

लालू राबड़ी शासनकाल से त्राहिमाम कर रही आम जनता ने तब माननीय नीतीश कुमार में अपनी आस्था जताई और माननीय तब नीतीश कुमार जी ने बिहार में कुशासन का खात्मा कर 2005 में सुशासन का नीव रखा तब से लगातार बिहार में सुशासन की सरकार चल रही है और बिहार विकास के पथ पर अग्रसर है।

उमेश कुशवाहा ने कहा कि तब बिहार के लोगों को बाहर में बिहारी कहना शर्म की बात थी। लेकिन जब माननीय नीतीश कुमार ने बिहार का बागरोर संभाला तो बिहारी कहना शर्म की बात नहीं बल्कि गर्व की बात हो गई। प्रदेश के बाहर देश-विदेश में रह रहे लोग अपने आप को बिहारी कहने में गर्व महसूस करते हैं और यह सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सकारात्मक सोच की वजह से संभव हुआ।

उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि इस कारण तेजस्वी यादव को पहले अपने माता पिता की ट्रिपल इंजन वाली भ्रष्टाचार के वाहक सरकार की करतूतों पर अफसोस जाहिर करनी चाहिए। लेकिन तेजस्वी यादव बार-बार नीतीश सरकार को डबल इंजन की सरकार बता कर बेवजह आलोचना करते रहते हैं।

तेजस्वी प्रसाद यादव की इस हरकत से जनता उब चुकी है अब कभी भी बिहार में राजद की सरकार नहीं बनने वाली और तेजस्वी प्रसाद यादव जिनका नाम जनता ने अब जुमला प्रसाद यादव रख दिया है। उनका बिहार के मुख्यमंत्री बनने का सपना कभी पूरा नहीं हो सकेगा।