पटना

पटना: विधान परिषद की सात सीटों के लिए भाजपा में गोलबंदी


  • संजय जायसवाल और तारकिशोर प्रसाद दिल्ली में कर रहे मंथन
  • कई पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और विधान पार्षद हैं दावेदार
  • सात सीटों के लिए भाजपा में 20 से ज्यादा नेता हैं दावेदार

(आज समाचार सेवा)

पटना। विधान परिषद की दो सीटों का मामला फाइनल होने के बाद भाजपा में रिक्त विधान सभा सीटों के लिए गोलबंदी शुरू हो गयी है। मंगलवार को डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल दिल्ली में इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ मंथन कर रहे हैं। हालांकि पार्टी ने उनकी दिल्ली बैठक को मंत्रिमंडल विस्तार के मुद्दे पर बतायी है। बैठक में विधान परिषद के मुद्दे पर भी चर्चा हो रही है, इसे कोई नहीं बता रहा।

विधान परिषद में वैसे तो एनडीए से ५०-५० प्रत्याशियों के जाने की चर्चा है, परन्तु पार्टी में ६०-४० के आधार पर भाजपा के विधान पार्षद बनने की चर्चा है। इसके लिए दावेदार अभी से ही दिल्ली से लेकर पटना तक अपनी लॉबिंग कर रहे हैं। कायदे से भाजपा कोटे से सात ही विधान पार्षद होंगे, किन्तु सात सीटों के लिए कम से कम २० लोग दावेदार हैं।

दावेदारों में पूर्व विधायक और पूर्व सांसद के अलावा कई वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी भी शामिल हैं। दावेदारों में दो-दो बार विधायक रहे प्रेम रंजन पटेल, राधामोहन शर्मा, पूव्र विधान पार्षद राजेन्द्र गुप्ता, पूर्व सांसद जनक राम, पूर्व विधायक बेबी कुमारी, पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव और पूर्व विधायक संजीव झा का नाम प्रमुख है।

विधान परिषद चुनाव में भाजपा में जातीय समीकरण पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। दावेदारों में कुर्मी, भूमिहार, वैश्य, राजपूत, हरिजन, यादव, चंद्रवंशी, ब्राह्मण और कायस्थ बड़ी संख्या में दावेदार हैं।

कुर्मी समाज से पूर्व विधायक और पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल, कुमुद बिहारी सिंह, हरिजन कोटे से गोपालगंज के पूर्व सांसद जनक चमार और भूमिहार समाज से पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, पार्टी के प्रदेश महामंत्री राधामोहन शर्मा, राजपूत समाज से पार्टी के प्रदेश महामंत्री कामेश्वर सिंह, पूर्व प्रमंडलीय उपाध्यक्ष ब्रजेश रमण, प्रदेश प्रवक्ता संजय टाइगर, पार्टी की महिला मोर्चा प्रभारी निवेदिता ङ्क्षसह, पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह और पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिंह भी प्रमुख दावेदार हैं।

वैश्य समाज से पार्टी के मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा भी पूर्व विधान पार्षद राजेन्द्र गुप्ता के नाम की चर्चा प्रमुख दावेदारों में है। कायस्थ समाज से भी भाजपा में कई दावेदार हैं। ऐसे दावेदारों में पार्अी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश वर्मा और पूर्व विधायक राजीव रंजन प्रमुख हैं। विधान परिषद में जाने वालों में पूर्व विधायक बेबी कुमारी के नाम की सर्वाधिक चर्चा है। वहीं, यादव समाज से पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव की भी तगड़ी दावेदारी है। उन्होंने सीवान से शहाबुद्दीन सरीखे कद्दावर नेता को धूल चटायी थी। चंद्रवंशी समाज से भी भाजपा में दावेदारों की संख्या कम नहीं है। ऐसे दावेदारों में पूर्व प्रदेश मंत्री संजय चंद्रवंशी और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रमोद चंद्रवंशी प्रमुख हैं।

ब्राह्मण समाज से सहरसा के पूर्व विधायक संजीव झा, झंझारपुर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष घनश्याम ठाकुर, पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मृत्युंजय झा और पार्टी के प्रदेश मंत्री सजय झा प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं। दो विधान पार्षदों का चुनाव विधिवत संपन्न हो जाने के बाद,  इन सीटों के लिए राजनीति का दौर शुरू होगा।