आज़मगढ़

पेट्रोल-डीजल मूल्य वृद्धिके खिलाफ प्रदर्शन


देश एवं प्रदेशकी सरकारको बताया जनविरोधीआजमगढ़। जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बेलाल अहमद के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने आंदोलित किसानों के समर्थन एवं डीजल पेट्रोल रसोई गैस के बेतहाशा मूल्य वृद्धि के विरोध मेें  जय जवान जय किसान नारे के साथ पदयात्रा निकाला कांग्रेसी अग्रसेन चौराहा होते हुए तहसील सदर रैदोपुर होते हुए नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और वहां विरोध स्वरूप धरना दिया। पदयात्रा में युवक कांग्रेस एनएसयूआई के कार्यकर्ता भी शामिल थे। वक्ताओं ने कहा कि जबसे बीजेपी की सरकार बनी है गरीबों किसानों मजदूरों के साथ लगातार अन्याय कर रही है पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए तीन किसान विरोधी काले कानून बनाए गये हैं। जिसको लेकर 92 दिन से किसान सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन तानाशाह सरकार पूंजीपतियों के दबाव में किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है। किसान देश का अन्नदाता एवं भाग्यविधाता है देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है। जब तक तीनों किसान विरोधी कानून वापस नहीं होगें कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। डीजल पेट्रोल रसोई गैस के मूल्य में भी बेतहाशा वृद्धि से आमजन का जीना दूभर हो गया है सरकार यदि शीघ्र महंगाई पर अंकुश नहीं लगाती है तो कांग्रेस पार्टी जन आंदोलन के लिए बाध्य होगी। कार्यक्रम में पूर्णमासी प्रजापति, तेज बहादुर यादव, ओंकार पांडेय, दिनेश यादव, रविकांत त्रिपाठी, मुन्नू यादव, निर्मला भारती, रमेश चंद शर्मा, विवेक राय, मुन्नू मौर्य, अमर बहादुर यादव, विशाल दुबे, आशुतोष रजत, शीला भारती, अंशुल आनंद, संतोष कुमार कटाई, देवमुनि राजभर, नदीम खान, मो0 आमीर, अब्दुल रहमान, सुरेंद्र तिवारी, जितेंद्र मिश्रा, महीशचंद श्रीवास्तव, शंभू शास्त्री, आयुष यादव, राजीव मिश्रा, प्रमोद यादव, राजदेव कन्नौजिया, रमेश राजभर, जितेन्द्र कुमार, प्रदीप यादव, धर्मेंद्र यादव, श्यामदेव यादव आदि लोग उपस्थित रहे। अहरौला संवाददाता के अनुसार पेट्रोल डीजल गैस के बढ़ते दामों से क्षेत्र में अब विरोध में स्वर मुखर होने लगा है। इसी बीच स्थानीय थाना क्षेत्र के बस्ती भुजबल चौक पर क्षेत्रवासियों ने मिलकर अहिरौला कप्तानगंज के मुख्य मार्ग पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस अवसर पर समाजसेवी लक्ष्मी चौबे ने बताया कि आज भी खेती किसानी से लगभग 70 परसेंट लोग अपने जीविकोपार्जन के लिए इसे ही अपना साधन बनाते हैं। खेत से लेकर खलिहान तक गांव से लेकर बाजार तक राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के दिशा निर्देश पर डीजल की बड़े पैमाने पर मूल्य वृद्धि से आम आदमी पूरी तरह से दुखी है। किसी भी तरह से वह इसके बढ़ते दामों को लेकर संतुष्ट नहीं दिख रहे है।