आज़मगढ़

बाढ़पीड़ितों का मुआवजे को लेकर घरना-प्रदर्शन


आजमगढ़। देवारा को बाढग़्रस्त घोषित किए जाने की मांग को लेकर देवारा विकास सेवा समिति के बैनर तले शुक्रवार को रिक्शा स्टैंड पर धरना-प्रदर्शन किया गया। इसके बाद समिति के अध्यक्ष रामकेदार यादव के अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल सीएम को सम्बोधित पत्रक जिला प्रशासन को सौंपा गया। सौंपे गए पत्रक में अध्यक्ष रामकेदार यादव ने बताया कि आजमगढ़ के देवाराचंल में 30 वर्ष में पहली बार इस तरह का बाढ़ देखने को मिला है। जिसमे 35 ग्राम पंचायतो के लगभग सैकड़ों गांव के किसान प्रभावित हुए। हजारों किसानों की खड़ी फसल को घाघरा के बाढ़ की विभिषिका ने लील लिया जिससे किसानों को भारी आर्थिक क्षति हुई। लेकिन हजारों बीघा खड़ी फसलों के जलमग्न होने के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ की सही स्थिति शासन को नहीं भेजा। परिणाम स्वरूप देवारा के किसानों को किसी तरह का कोई मुआवजा नहीं मिल सका। जबकि आस-पास के कई पड़ोसी जनपदों में बाढ़ की क्षतिपूर्ति की गई, जिससे किसानों की गाढ़ी कमाई का कुछ हद तक शासन द्वारा मदद की गई। उन्होंने यह भी कहाकि सरकार द्वारा किसानों के उत्थान की बातें की जाती है, लेकिन धरातल पर इस तरह का सौतेला व्यवहार किया जाने से किसानों के सामने गहरा संकट उत्पन्न हो गया है। नर्वदेश्वर मिश्र व पूर्व प्रधान हरिहर यादव ने बताया कि चिकनहवा बाजार से लेकर मठिया गांव तक  बाढ़ से हुई हानि किसी से छिपा नहीं है, इसी को लेकर बाढ़ पीडि़त संगठन द्वारा महीनों से धरना दिया जा रहा है लेकिन स्थानीय प्रशासन के कानों तक जूं तक नहीं रेंगा। परिणाम स्वरूप समिति के बैनर तले हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। अध्यक्षीय संबोधन में रणजीत सिंह ने कहाकि स्थानीय प्रशासन को किसानों की समस्याओं को समाप्त करने का कार्य किया जाना चाहिए था लेकिन उनके द्वारा समस्याओं को बढ़ाए जाने का कार्य किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जब तक देवारा के किसानों की मांग पूरी नहीं होगी, तब तक हम लोग आगे भी समय-समय पर सांकेतिक रूप प्रदर्शन करते रहेंगे। अन्य सम्बोधित करने वालों में राजीव यादव, रामनयन यादव, राजनीति यादव आदि शामिल रहे। धरने को प्रयास सामाजिक संगठन, बाढ़ पीडि़त संगठन, जमीन-मकान बचाओ मोर्चा, जनमुक्ति मोर्चा, संयुक्त किसान मोर्चा, रिहाई मंच ने अपना समर्थन दिया। संचालन राजू मिश्र ने किया। इस अवसर पर संजय कुमार, राकेश यादव, सुनील यादव, मोहित मौर्या, रविन्द्र सिंह, रामचन्द्रर निषाद, रवि यादव, अनिल यादव, छाया यादव, रामजीत यादव, राजेश आजाद, निरंजन कुमार, रामदुलार यादव, राजू मिश्रा, रितेश यादव, सूर्यभान यादव, किसमती, नीलम आदि मौजूद रहे।