पटना

बिहारशरीफ: ट्रक हड़ताल और डीजल की बढ़ती कीमत से बढ़ी महंगाई


  • खोजे नहीं मिल रहा है गिट्टी, बालू और ईंट हुआ महंगा
  • सरसो और रिफाईन तेज सहित चायपत्ती की कीमत आसमान पर

बिहारशरीफ (आससे)। ट्रकों के हड़ताल का असर बाजार पर पड़ना शुरू हो चुका है। इसके साथ हीं रोज-रोज बढ़ रहे पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों का भी बाजार पर असर दिखने लगा है। अभी महंगाई इस कदर बढ़ गयी है कि लॉकडाउन से भी अधिक कीमत पर खाद्य सामग्री मिल रही है। खासकर रिफाइन तेल, सरसो तेल की कीमतों में 20 से 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। लोगों को चाय का स्वाद भी अब तीखा लगने लगा है। ब्रांडेड कंपनियों का चायपत्ती 100 रुपये किलो तक महंगा हुआ है। हालांकि चावल, दाल एवं मसाले की कीमत स्थिर है।

डीजल की कीमतों में वृद्धि का असर खेती के कार्यों पर भी पड़ा है। खेतों की जुताई 50 रुपया महंगा हो गया है। ईंट और बालू की ढुलाई भी महंगी हुई है। ट्रकों की हड़ताल के कारण गिट्टी भी नहीं पहुंच पा रही है। स्थिति यह है कि घरों के निर्माण भी बाधित हो रहा है। महंगे दाम पर भी सामान मिल नहीं पा रहा है। सिमेंट का स्टॉक तो अभी है, लेकिन हड़ताल जारी रही तो आने वाले दिनों में इसकी भी किल्लत होगी।

बिहारशरीफ शहर में इन दिनों डोमचांच की गिट्टी नहीं मिल रही है। अब तो नवादा और शेखपुरा का गिट्टी भी नहीं मिल पा रहा है। ट्रैक्टर से ईंट तो गिर रहा है, बालू भी पहुंच रहा है, लेकिन कीमत बढ़ी हुई है। कारोबारी बताते है कि हड़ताल के कारण झारखंड से गिट्टी नहीं आ रहा है जबकि डीजल की कीमत बढ़ने से बालू और ईंट महंगा हुआ है।