पटना

बिहार के करोड़ों बच्चे सीखेंगे, कैसे धोये हाथ


72 हजार प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में आज से मनेगा हाथ धुलाई महोत्सव

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य के 72 हजार सरकारी प्राइमरी-मिडिल स्कूलों के तकरीबन पौने दो करोड़ बच्चे हाथ धोना सीखेंगे। बच्चे स्कूलों में मनने वाले अंतरराष्ट्रीय हाथ धुलाई महोत्सव में हाथ धोना सीखेंगे। यह महोत्सव स्कूलों में 25 सितंबर से शुरू होकर 23 अक्तूबर तक मनेगा। इस अवधि में चार शनिवार पड़ेंगे। हर शनिवार को स्कूलों में गतिविधियां होंगी।

इस बाबत राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा एवं एसएसए) को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा निर्देश दिये गये हैं। इसके मुताबिक अंतरराष्ट्रीय हाथ धुलाई महोत्सव के चार शनिवार में से पहले शनिवार (25 सितंबर) को स्कूलों में बच्चों के बीच हाथ धुलाई का प्रदर्शन होगा। इसके जरिये बच्चों को बताया जायेगा कि हाथ कैसे धोयें। उन्हें यह भी बताया जायेगा कि हाथ धोना क्यों जरूरी है तथा कब-कब और किससे हाथ धोया जाना चाहिये।

बच्चों को इस बात के लिए जागरूक किया जायेगा कि विभिन्न प्रकार के संक्रमण से बचने के लिए  हाथ धुलाई अत्यंत आवश्यक है। साबुन से हाथ धोने से डायरिया, दस्त,  पीलिया जैसे रोगों से बचा जा सकता है। अब तो कोरोना वायरस से बचाव के लिए भी यह आवश्यक हो गया है।  प्राय: देखा गया है कि बच्चों को उचित हाथ धुलाई की जानकारी नहीं रहती है, जिसके कारण वे विभिन्न प्रकार की संक्रमण वाली बिमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। इसके मद्देनजर बच्चों को जागरूक करने में विद्यालयों की अहम भूमिका है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय हाथ धुलाई महोत्सव के तहत स्कूलों में बच्चों को हाथ धुलाई से संबंधित शिक्षा दी जायेगी।

खैर, महोत्सव के दूसरे शनिवार (दो अक्तूबर) को स्कूलों में बच्चों के बीच हाथ धुलाई पर चित्रकारी प्रतियोगिता होगी। उस दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती भी है। तीसरे शनिवार (नौ अक्तूबर) को स्कूलों में बच्चों के बीच स्वच्छता एवं हाथ धुलाई पर निबंध एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता होगी। चौथे शनिवार (23 अक्तूबर) को स्कूलों में स्वच्छता संकल्प समारोह मनेगा। उसमें बच्चे स्वच्छता का संकल्प लेंगे।

इसमें डिजीटल माध्यम एवं सोशल मीडिया की मदद ली जायेगी। इसके तहत व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर एवं इंस्ट्राग्राम के माध्यम से साबुन से हाथ धुलाई के महत्व को प्रसारित किया जायेगा। नवाचार भी अपनाये जायेंगे।