पटना

बिहार में हर महीने 10 करोड़ की शराब सप्लाई करने वाला स्मगलर हरियाणा से गिरफ्तार


पटना (आससे)। बिहार मद्य निषेध विभाग की टीम ने सोनीपत से शराब के एक ऐसे धंधेबाज को गिरफ्तार किया है जो प्रति महीने बिहार में करीब दास करोड़ रुपए शराब की सप्लाई कर रहा था। बिहार के चार जिलों में शराब के इस धंधेबाज नवीन की गहरी पकड़ थी। मद्य निषेध विभाग के डीएसपी अभिजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई है। शनिवार की शाम नवीन को फ्लाइट से पटना लाया गया। यहां आने के बाद मद्य निषेध विभाग की टीम ने जब नवीन से पूछताछ की तब उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए।

नवीन ने मद्य निषेध विभाग की टीम द्वारा की गई पूछताछ के आधार पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी है। नवीन कुमार मुख्य रूप से बिचौलिया है जिसका संबंध शराब का धंधा करने वाले लोगों से है। अपने इस संबंध के माध्यम से उसने बिहार के चार जिलों समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और सीवान में पूरी पैठ बनाई हुई है। इन चारों जिले में शराब तस्करों को शराब की सप्लाई किया करता था। 2021 में मुजफ्फरपुर के गायघाट थाना इलाके में शराब पकड़ी गई थी जिसका 226/21 केस नंबर दर्ज किया गया था। इस केस की जांच के दौरान ही नवीन कुमार का नाम सामने आ गया था।

पूछताछ के दौरान नवीन ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। नवीन ने बताया कि बिहार में शराबबंदी के  कुछ महीनों के अंतराल के बाद ही वो पूरी तरह से सक्रिय हो गया था। उस समय से ही बिहार में हर महीने शराब की बड़ी खेप नवीन सप्लाई कर रहा था। हरियाणा से शराब की खेप कभी ट्रक तो कभी पिकअप वैन के माध्यम से बिहार पहुंचती थी लेकिन जब यह सभी गाड़ी पुलिस द्वारा पकड़े जाने लगी तब इससे बचने के लिए शराब माफियाओं के साथ मिलकर उस ने इसका तोड़ निकाला और एंबुलेंस का इस्तेमाल करने लगा।

नवीन मरीज की जगह शराब भरकर बिहार भेजने लग गया। खुद पूछताछ में उसने इस बात को स्वीकार किया है। बिहार में नीतीश सरकार की सख्ती के बाद शराब माफियाओं ने रुपए भेजने के और तरीके अपना लिए। शराब की खेप को हरियाणा से मंगवाने के लिए शराब माफिया पहले बैंक अकाउंट के माध्यम से ट्रांजैक्शन कर देते लेकिन पुलिस की कार्रवाई हुई तब हवाला का सहारा लिया गया। बिहार में शराब माफिया कोड का इस्तेमाल करते थे और दिल्ली में बताए ठिकाने पर पहुंचकर नवीन या उसके सिंडिकेट का दूसरा साथी वहां से रुपए लिया करते थे।

इसके बाद शराब की खेप बिहार में बताई गई जगह पर पहुंचा दी जाती थी। मद्य निषेध विभाग की टीम इस पूरे मामले में अब रैकेट को खंगालने में जुट गई है। नवीन से पूछताछ के बाद जो अहम लीड मद्य निषेध विभाग की टीम को मिली है उसके आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।