पटना

मुजफ्फरपुर: आँगनबाड़ी सेविकाओं को राजस्व मंत्री ने दिलाया समस्या निदान का भरोसा


मांग पत्र सौंप लगायी थी गुहार 

मुजफ्फरपुर। एक कार्यक्रम में शामिल होने मंगलवार को ऑडिटोरियम पहुंचे बिहार सरकार के भूमि सुधार, राजस्व एवं कानून मंत्री रामसूरत राय को जिले की आंगनबाड़ी सेविकाओं के प्रतिनिधिमंडल ने मांगों से युक्त एक आवेदन पत्र सौंपा। आवेदन के अनुसार ओटीपी के माध्यम से टीएचआर वितरण करने के विभागीय निर्देश पर आपत्ति जताते हुए कहा कि विभाग द्वारा पोषाहार के वितरण में परिवर्तन किए जाने से सेविकाओं को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

सेविकाओं का कहना था की उन्हें सीडीपीओ और डीपीओ द्वारा ओटीपी के माध्यम से पोषाहार वितरण करने हेतु प्रताड़ित किया जा रहा है, शो-कॉज करने और चयनमुक्ति तक की धमकी दी जाती है बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की महासचिव प्रतिमा कुमार ने बताया की सेविकाओं द्वारा लाभार्थियों का शत-प्रतिशत ऑनलाइन कर दिया गया है, पर बहुत ही कम लाभार्थियों के मोबाइल में टोकन का मेसेज प्राप्त हुआ है, जिसकी वजह से लाभार्थी सत्यापित नहीं हो सके हैं। कुछ लाभार्थियों का टोकन आने के बावजूद उनके मोबाइल से मेसेज प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है।

इन कठिनाइयों की वजह से लाभार्थियों के मोबाइल से मेसेज प्राप्त कर टोकन प्रणाली के तहत सत्यापित करना आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है। नवम्बर 2020 में सेविकाओं ने कार्यालय में लिखित आवेदन देकर अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए दिसंबर 2020 में पोषाहार नहीं उठाने की मांगें रखी थी, बावजूद इसके विभाग द्वारा पोषाहार उठाने का दबाव दिया गया जो टोकन प्रणाली के तहत वितरण करना संभव नहीं।

नए लाभार्थी का नया रजिस्ट्रशन भी नहीं हो रहा और इधर मोबाइल में आंगन ऐप्प खुल भी नहीं रहा, जिससे समस्या और विकट हो गई है। दूध का पैसा कट रहा है पर दूध की आपूर्ति भी बंद है। इन सभी मांगों को लेकर मंत्री रामसूरत राय ने कहा की सम्बंधित विभाग के मंत्री से वार्ता कर इस पर विचार कर जल्द ही उनकी समस्याओं का निदान किया जायेगा। मौके पर बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिला महासचिव प्रतिमा कुमारी, मुसहरी सदर अध्यक्ष कुमारीममता, ज्योति कुमारी आदि मौजूद थीं।