पटना

मुजफ्फरपुर: पीएनबी से पांच करोड़ का साइबर फ्रॉड


मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में फर्जीवाड़ा कांड के बाद अब पंजाब नेशनल बैंक में हुए साइबर फ्रॉड की जांच भी सीबीआई को सौंपने की तैयारी चल रही है। मुजफ्फरपुर एसएसपी जयंतकांत ने अबतक की जांच के आधार पर पीएनबी साइबर फ्रॉड को पांच करोड़ रुपये से अधिक का बताया है। जिले में एक पंजाब नेशनल बैंक से करीब पांच करोड़ की रकम का साइबर फर्जीवाड़ा सामने आया है। इसमें बैंक के कर्मियों की संलिप्ता उजागर हुई है।

आरबीआई गाइडलाइन के मुताबिक, तीन करोड़ रुपये से अधिक के बैंक फ्रॉड केस की जांच सीबीआई करेगी। इस आधार पर इस केस को भी सीबीआई को सौंपने की तैयारी है। इसके लिए एसएसपी ने बैंक के आंचलिक हेड से आंतरिक जांच रिपोर्ट तलब की है। पीएनबी साइबर फ्रॉड की जांच सीबीआई करती है तो इसमें देशस्तर पर हवाला कारोबारियों के छद्म नाम से खोले गए करीब दो दर्जन बैंक अकाउंट में नोटबंदी के बाद हुए करोड़ों रुपये के लेनदेन का राज भी खुल सकता है। अबतक पुलिस उन घोस्ट खातों की पड़ताल नहीं कर सकी है।

एसएसपी ने बताया कि पीएनबी की साइंस कॉलेज शाखा के कैशियर नीतेश कुमार और उससे जुड़े गिरोह के शातिरों ने स्वीकारोक्ति बयान में 10 ग्राहकों के खाते से करीब 2.25 करोड़ रुपये की फर्जी निकासी की बात स्वीकार की है। सभी 10 ग्राहक मुजफ्फरपुर के अलावा मोतिहारी, सारण और सीतामढ़ी के हैं। स्वीकारोक्ति बयान के अतिरिक्त छापेमारी में पुलिस को नीतेश व उसके साथियों के ठिकाने से 50 से अधिक ग्राहकों की बैंक डिटेल, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज मिले थे। सभी दस्तावेज के संबंध में बैंक के प्रधान कार्यालय को सूचित करते हुए उनके खातों से हुई निकासी की रिपोर्ट मांगी गयी थी, जो अबतक बैंक अधिकारियों ने नहीं सौंपी है।

एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि सभी ग्राहकों के खाते का सत्यापन करने पर मामला पांच करोड़ रुपये से अधिक का हो रहा है, लेकिन इसका सत्यापन बैंक की जांच रिपोर्ट से ही होगा। एसएसपी ने बताया कि बैंक से आंतिरक रिपोर्ट आने के बाद मामले को मुख्यालय स्थानांतरित कर सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया जा सकेगा।

पीएनबी के ग्राहकों के साथ फर्जीवाड़े का मामला पांच करोड़ रुपये से अधिक का है। पटना मुख्यालय को रिपोर्ट दी गयी है। हाईकोर्ट में शपथ पत्र भी दिया गया है। बैंक से पुलिस को कोई आंतरिक रिपोर्ट अबतक नहीं मिली है। आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक यदि यह केस सीबीआई को मिलता है तो तमाम जांच रिपोर्ट उसे सौंप दी जायेगी।