पटना

राजगीर: कैवल्य ज्ञान कल्याण महोत्सव के दूसरे दिन निकाली गयी भव्य शोभा यात्रा


राजगीर (नालंदा) (आससे)। श्री जैन श्वेतांबर कोठी स्थित नौलखा मंदिर में चल रहे बीसवें तीर्थंकर भगवान श्री मुनीसुव्रत स्वामी जी के कैवल्य ज्ञान कल्याणक महोत्सव के दूसरे दिन प्रभु की शोभायात्रा गाजे बाजे के साथ राजगीर शहर में निकाली गई। इस शोभायात्रा में काफी संख्या में भक्त श्रद्धालु लोग शामिल होकर धार्मिक वातावरण का लाभ उठाया साथ ही शोभायात्रा के पश्चात मंदिर में अष्टप्रतिहार्य पूजन का आयोजन किया गया तथा आहुति हवन अर्पण की गई।

इस अवसर पर अशोक भाई मेहता गुरु जी ने कहा कि राजगीर तीर्थ में अनेक ऐतिहासिक विभूतियां हुई है जिनमें श्रेणिक महाराजा, जंबूस्वामी, धन्ना जी, शालीभद्र, मेघकुमार, पुणिया श्रावक, सूलसा श्राविका, राजगृह नगरी के निवासी थे। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर और गौतम बुद्ध के बीचरण भूमि रही है। यहां पर्वतों की तलहटी में गर्मपानी के आरोग्य दायक कुंड इस भूमि की पवित्रता की गवाही देते हैं। उन्होंने कहा कि यहां का धार्मिक महत्व आज तक कायम है।

इस अवसर पर संस्था के ट्रस्टी राजकुमार जी वैद्य ने कहा कि राजगीर की नगरी इतनी पवित्र है जहां अनेक तीर्थंकरो ने विचरण किया है हम मुनिदादा कल्याणक मंडल के लोगों को धन्यवाद देते हैं। जिन्होंने मुंबई से आकर इतनी सुंदर भाव भक्ति की है। संस्था के सहायक प्रबंधक ज्ञानेंद्र पांडेय ने कहा कि राजगीर नगरी में ही धन्नाजी और शाली भद्र ने 7 मंजिलों का महल छोड़ दीक्षा ग्रहण की थी। उन्होंने कहा कि भगवान श्री मुनीसुव्रत स्वामी का दीक्षा काल 7500 वर्ष का था। उन्हें राजगृही नगरी में चंपक वृक्ष के नीचे कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।

इस मौके पर संस्था के ट्रस्टी राज कुमार वैद्य, पूर्व ट्रस्टी रमेश चंद्र भूरा, नीलेश भाई, कोमल भाई, विपुल भाई, भाविन भाई, मिहिर भाई, किरण भाई, विनोद भाई, परेश भाई, सुशील जैन, सुखराज जैन, ज्ञानचंद जैन, शरत अग्रवाल, हरिहर जैन,  संस्था के सहायक प्रबंधक ज्ञानेंद्र पांडेय कैशियर संजीव कुमार जैन, अर्चना जैन, सोनम बेन, पूनम बेन, झरना बेन, निपुण बेन, लता जैन, रेखा जैन, कंचन जैन, सुषमा पांडेय, रूपा जैन सहित काफी संख्या में श्रद्धालु लोग भाग लेकर भक्ति वातावरण का लाभ उठा रहे हैं।