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रामचरित मानस के बाद अब स्वामी प्रसाद मौर्या ने सुंदरकांड को लेकर दिया विवादित बयान


नई दिल्ली: सपा एमएलसी और पूर्व मंत्री स्‍वामी प्रसाद मौर्या अपने बयानों के कारण अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। रामचरित मानस पर दिए गए विवादित बयान के बाद उन्होंने एक बार फिर रामचरित मानस सुंदरकांड पर सवाल खड़ा करते हुए योगी सरकार पर तंज कसा है।

अखंड रामायण पाठ कराएगी योगी सरकार

हाल में ही योगी सरकार ने चैत्र नवरात्रि में यूपी के हर एक जिले में अखंड रामायण का पाठ कराने का आदेश जारी किया है। जिस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसा था और अब स्वामी प्रसाद मौर्या ने ट्वीट कर योगी सरकार को घेरने की कोशिश की है।

97 प्रतिशत हिंदू आहत

सपा नेता ने ट्वीट कर कहा- “ढोल, गवार, शुद्र, पशु, नारी। सकल ताड़ना के अधिकारी।। उसी सुंदरकांड का हिस्सा, जिसका सरकार ने पाठ कराने का निर्णय लिया है यानी सरकार का यह निर्णय महिलाओं व शूद्र समाज को प्रताड़ित व अपमानित करने वाले 3% लोगों का बढ़ावा देने एवं 97% हिंदू समाज के भावनाओं को आहत करने वाला है।”

ढोल, गवार, शुद्र, पशु, नारी।

सकल ताड़ना के अधिकारी।।

अखिलेश यादव ने भी घेरा था योगी सरकार को

अखिलेश यादव ने कहा-“रामनवमी मनाने के लिए उप्र के ज़िलाधिकारियों को 1 लाख रुपये दिये जाने के प्रस्ताव का स्वागत है पर इतनी कम रक़म से होगा क्या, कम से कम 10 करोड़ देने चाहिए जिससे सभी धर्मों के त्योहारों को मनाया जा सके। भाजपा सरकार त्योहारों पर फ़्री सिलेंडर दे और इसकी शुरुआत इसी रामनवमी से हो।”

स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था ये विवादित बयान

बता दें कि समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर कहा था, ”रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर यदि समाज के किसी वर्ग का अपमान हुआ है तो वह निश्चित रूप से धर्म नहीं है। यह ‘अधर्म’ है, जो न केवल बीजेपी बल्कि संतों को भी हमले के लिए आमंत्रित कर रहा है।” आगे उन्होंने कहा था, ”रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों में जातियों के नामों का उल्लेख है जो इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाओं को आहत करती हैं।”