पटना

रोहतास के गौरव बने बीपीएससी टॉपर


बांका की चंदा को दूसरानालंदा के वरुण को तीसरा स्थान

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। बिहार लोक सेवा आयोग की 65वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में रोहतास के गौरव सिंह ने टॉप किया है। दूसरे स्थान पर बांका की चंदा भारती हैं। तीसरे स्थान पर नालंदा के वरुण कुमार हैं। बिहार लोक सेवा आयोग ने 65वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षाफल का अंतिम रिजल्ट गुरुवार को जारी किया है। मधुबनी के सुमित कुमार चौथे स्थान पर रहे हैं, जबकि समस्तीपुर के अविनाश कुमार सिंह पांचवें स्थान पर। झारखंड के आदित्य श्रीवास्तव को छठा स्थान मिला है। पूर्वी चंपारण के एस प्रतीक सातवें स्थान पर हैं। भोजपुर के आदित्य कुमार को आठवां स्थान मिला है। गोपालगंज की अनामिका नौवें स्थान पर हैं। भागलपुर के अंकित कुमार को 10वां स्थान मिला है। पश्चिम चंपारण के आशीष कुमार अग्रवाल 11वें स्थान पर हैं। पटना के प्रणव कुमार को 12वां एवं मुजफ्फरपुर के कुणाल गौरव को 13वां स्थान मिला है।


बचपन में ही गौरव से छिन गया था पापा का साया

डॉ. लक्ष्मीकान्त सजल-

पटना। बिहार लोक सेवा आयोग की 65वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के टॉपर बने गौरव सिंह के सिर से बचपन में ही पापा का साया छिन गया। गौरव ने अपनी मम्मी के संघर्ष का सम्मान बढ़ाया है। गौरव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के चंदौली के निवासी हैं। साल 2001 में गौरव के घर-परिवार पर उस वक्त विपत्ति का साया टूट पड़ा, जब उनके पापा मनोज कुमार सिंह ने सदा के लिए अपनी आंखें मूंद लीं। उस समय गौरव बहुत छोटे थे। गौरव से छोटा एक और भाई है।

गौरव को उनकी मम्मी एवं छोटे भाई के साथ उनके मामा प्रकाश सिंह रोहतास जिले के अपने गांव चमराहा  ले आये। ननिहाल में रह कर गौरव ने पढ़ाई-लिखाई शुरू की। गौरव की स्कूली शिक्षा वाराणसी में हुई। उसके बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई भोपाल से की। अपनी मम्मी शशि सिंह के संघर्ष को याद कर गौरव फोन पर बहुत ही भावुक हो गये। गौरव ने कहा कि उनकी सफलता का सारा श्रेय उनकी मम्मी को है।


इसमें कुल 422 अभ्यर्थियों ने सफलता पायी है। प्रथम दस स्थान हासिल करने वालों में दो छात्राएं हैं। बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए 30 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। डीएसपी रैंक के लिए 62 अभ्यर्थी चुने गये हैं। इसी प्रकार जिला समादेष्टा के लिए छह, उप निबंधक के लिए 5, उप निर्वाचन पदाधिकारी के लिए 46, जिला नियोजन पदाधिकारी के लिए नौ, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अफसर के लिए एक, बिहार शिक्षा सेवा के लिए 72, ग्रामीण विकास पदाधिकारी के लिए 109, कार्यपालक पदाधिकारी के लिए 11, आपूर्ति निरीक्षक के लिए 19, प्रखंड पंचायतराज पदाधिकारी के लिए 14, श्रम पदाधिकारी के लिए 20 एवं प्रखंड कल्याण पदाधिकारी के लिए 18 अभ्यर्थी चुने गए हैं।