पटना

सीएम नीतीश ने उपराज्यपाल को किया अलर्ट- आतंकियों के खिलाफ कड़ी काररवाई करनी होगी


      • बाहरी लोगों को जानबूझ कर बनाया जा रहा निशाना
      • मजबूरी में किसी को बाहर नहीं जाना पड़े, सरकार ने की है व्यवस्था

(आज समाचार सेवा)

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा बिहार के लोगों की हो रही अनवरत हत्या पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा बाहरी लोगों को कश्मीर छोड़ देने का अल्टीमेटम दिये जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा अल्टीमेटम देने का किसी को भी अधिकार नहीं है। पूरा देश एक है। जम्मू कश्मीर भी देश का अभिन्न अंग है। ऐसा अल्टीमेटम देने वाले आतंकवादियों के लिखफ जम्मू कश्मीर प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी पड़ेगी ताकि आगे से ऐसा काम कोई नहीं कर पाये। वहां जा रहे बाहरी लोगों को जानबूझ कर निशाना बनाया जा रहा है। जम्मू कश्मीर के विभिन्न दलों के नेताओं ने भी इस घंटा पर अपनी चिंता प्रकट की है। गड़बड़ी करने वाले ऐसे लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसी घटनाओं को लेकर हमें अलर्ट रहना होगा। मुख्यमंत्री जनता के दरवार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।

उन्होंने कहा कि सोमवार की शाम बिहार के मजदूरों के साथ तीसरी आतंकवादी घटना घटी है जिसमें दो मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है और एक मजदूर घायल है जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इस घटना से हमलोग काफी दुखी हैं। इसके पहले भी बिहार के दो मजदूरों की हत्या कर दी गयी थी। उन्होंने कहा कि कल शाम को घटना की जानकारी मिलते ही हमने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर घटना की जानकारी ली और हत्या पर अपनी गंभीर चिंता जतायी और कहा कि बिहार के मजदूरों के साथ यह तीसरी घटना है, इसको लेकर हम चिंतित हैं। उप राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि जम्मू कश्मीर प्रशासन इसको लेकर पूरी तरह से गंभीर है, घटना के दोषियों पर कार्रवाई होगी। उप राज्यपाल के साथ हमलोगों को पुराना संबंध है, वे भी इस घटना से काफी चिंतित हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि काम के सिलसिले में कश्मीर गये बाहर के लोगों को जान बूझ कर निशाना बनाया जा रहा है। कल घर में घूसकर बिहार के दो लोगों की हत्या कर दी गयी। इस तरह की घटना को लेकर बिहार सरकार पूरी तरह से अलर्ट है और जम्मू कश्मीर के प्रशासन को भी हमने अलर्ट कर दिया है। हमने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ भी इस घटना को लेकर चर्चा की है। उन्होंने कहा कि काम करने के लिए देश के किसी भी हिस्से में जाने के लिए हर नागरिक स्वतंत्र है। गरीब लोग काम के लिए देश के किसी भी हिस्से में जाते हैं। ऐसे लोगों की हत्या हो रही है, यह चिंता का विषय है। इस पर पूरी तौर पर कार्रवाई होनी चाहिए। हमें भरोसा है कि जम्मू कश्मीर प्रशासन बिहार के लोगों की सुरक्षा का इंतजाम करेगा ताकि आतंकी इस तरह की घटना को अंजाम न दे सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतकों के आश्रितों को बिहार सरकार की ओर से हरसंभव मदद की जायेगी। मजदूरों के पार्थिव शरीर को बिहार लाने का इंतजाम किया जा रहा है। इसको लेकर बिहार सरकार के वरिष्ठ अधिकारी जम्मू कश्मीर के अधिकारियों के निरंतर संपर्क में हैं। मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके गांव तक पहुंचाया जायेगा। सहायता राशि के साथ-साथ विभागों के द्वारा संचालित अन्य योजनाओं का लाभ मृतकों के परिजनों को दिलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग यहीं रहकर काम करें लेकिन हर किसी को कहीं भी जाकर काम करने की स्वतंत्रता है। किसी भी प्रदेश में काम कर सकता है, यह उनका अधिकार है।

हमारा शुरू से प्रयास रहा है कि कोई मजबूरी में बिहार से बाहर नहीं जाये, अगर अपनी इच्छा से कोई जाना चाहता है तो यह अलग बात है। लोगों को रोजगार को लेकर बिहार में कई प्रकार के प्रबंध किये गये हैं। केंद्र सरकार ने भी इसमें सहयोग किया है। देश के दूसरे हिस्से में जाने को लेकर किसी पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा सकता है, क्योंकि यह उसका अधिकार है। एक से दूसरे राज्यों में जाकर लोग सरकारी नौकरी भी करते हैं। इस अधिकार से कोई किसी को बंचित नहीं कर सकता है।