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RBI जल्द ही लाने जा रहा ये नई तकनीक, बदल जाएगी बैंकिंग की सूरत


मुंबई। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अपने मॉड्यूल और डाटा एनालिसिस के लिए कुछ जरूरी उपाय करने की तैयारी में है। आरबीआई 2023-2025 की अवधि के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) पर आधारित प्लेटफॉर्म ‘उत्कर्ष 2.0’ को शुरू कर रहा है। शुक्रवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसकी जानकारी दी।

2019-2022 की अवधि को कवर करने वाला पहला रणनीति ढांचा उत्कर्ष 2022 जुलाई 2019 में लॉन्च किया गया था। इसके जरिए आरबीआई को बैंकिंग सिस्टम में पारदर्शिता लाने में कामयाबी मिली थी। अब इसके अगले चरण की तैयारी है। आरबीआई ने अपने बयान में कहा है कि चुनौतीपूर्ण वैश्विक और घरेलू चुनौतियों की पृष्ठभूमि में उत्कर्ष 2.0 2023 से शुरू हो रहा है। यह ऐसे समय हो रहा है, जब भारत जी -20 की अध्यक्षता ग्रहण कर रहा है।

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क्या करेगा उत्कर्ष

उत्कर्ष 2.0 डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने और द्विपक्षीय और बहुपक्षीय व्यापार में भारतीय रुपये की स्वीकृति की दिशा में प्रयास करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। उत्कर्ष 2.0, उत्कर्ष 2022 की ताकत का उपयोग छह विजन स्टेटमेंट के साथ-साथ कोर ऑब्जेक्ट का निर्धारण करने के लिए किया जाएगा। उत्कर्ष 2.0 2023-25 की अवधि में भारतीय रिजर्व बैंक का मार्गदर्शन करेगा।

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ये है आरबीआई का प्लान

आरबीआई के दस्तावेज में कहा गया है कि डाटा विश्लेषण और सूचना के संग्रहण के लिए एआई और मशीन लर्निंग संचालित उपकरणों को अपनाना उत्कर्ष 2.0 का एक अभिन्न अंग होगा। उत्कर्ष 2.0 ग्राहकों के बीच बैंकों की साख को और मजबूत करेगा। यह सुपरविजन को मजबूत करने के साथ नई तकनीक के दम पर आरबीआई में नागरिकों का विश्वास बढ़ाएगी।