सम्पादकीय

हिंसक घटनाओंपर उदासीनता

 विष्णुगुप्त         लंबे समयसे बिहारमें आईएसआईकी दिलचस्पी रही है, आईएसआईका खतरनाक नेटवर्क रहा है, आईएसआईने बिहारमें अपने मोहरे और गुर्गे पाल रखे हैं जिनका काम बिहारमें आतंकवादको फैलाना, धर्म परिवर्तन कराना है। पुर्णिया जिलेके मझुवा गांवमें गत १९ मईको भीड़ हमला कर देती है। इसमें दलितोंके ५० से अधिक घरोंको जलाकर राख कर दिया जाता है, […]

सम्पादकीय

बढ़ती जनसंख्यासे देशका बिगड़ता स्वरूप

 रवि शंकर देशमें परिवार नियोजनके सघन प्रयासोंसे प्रजनन दरमें गिरावटके बावजूद महज कुछ सालोंमें भारत चीनको पछाड़कर दुनियाकी सबसे बड़ी आबादीवाला देश हो जायगा। संयुक्त राष्ट्र संघकी विश्व आबादीपर जो रिपोर्ट प्रकाशित की है, उसमें कहा गया है कि २०२७ तक भारतकी आबादी दुनियामें सर्वाधिक होकर १५० करोड़के पार पहुंच जायगी। अभी भारतकी आबादी १३७ […]

सम्पादकीय

जीवनका निर्माण

श्रीराम शर्मा  विचारोंके आधारपर ही अनुभव परिपक्व होता है। उत्कृष्ट उत्तम विचार जीवनको ऊपर उठाते हैं। मनुष्यका जीवन उसके विचारोंका प्रतिबिंब है। किसी भी व्यक्तिके विचार जानकर उसके जीवनका नक्शा सहज ही मालूम किया जा सकता है। मनुष्यको कायर, वीर, स्वस्थ-अस्वस्थ, प्रसन्न-अप्रसन्न कुछ भी बनानेमें उसके विचारोंका महत्वपूर्ण हाथ होता है। तात्पर्य यह है कि […]

सम्पादकीय

सुरक्षाबलोंकी सफलता

जम्मू-कश्मीरमें सक्रिय आतंकियोंके खिलाफ सुरक्षाबलोंके अभियानके दौरान बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलोंके साथ मुठभेड़में हिजबुल मुजाहिदीनके शीर्ष कमाण्डर सहित चार आतंकी मारे गये हैं। इनमें १२ लाख रुपयेका इनामी आतंकी मेहराजुद्दीन हलवाई भी शामिल है, जिसे अत्याधुनिक संचार उपकरणोंके इस्तेमालमें विशेष दक्षता प्राप्त थी। वह विगत दस वर्षोंसे सक्रिय था और अनेक निर्दोष लोगोंकी हत्या […]

सम्पादकीय

शिक्षकोंका सामाजिक मूल्यांकन

सुरेश शर्मा    यह सत्य है कि राष्ट्रनिर्माणमें बहुतसे व्यक्तियोंका योगदान होता है। शिक्षक राष्ट्रके निर्माणकर्ताओंका निर्माता कहा जाता है। चपरासीसे लेकर प्रधान मंत्रीके जीवन निर्माणमें शिक्षककी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जहां प्राचीन भारतीय ज्ञान परम्परामें गुरुओंका मान-सम्मान होता रहा है, वहींपर कभी-कभी उनका अपमान भी होता रहा है। एक बात निश्चित है कि जिस समाजमें […]

सम्पादकीय

विज्ञानसे उपजता स्वास्थ्य संकट

तिलक मानव जातिने प्रगतिके अनेक सोपानोंपर विजय प्राप्त की है। जो कार्य एक समय असंभव माने जाते थे, आज हमने उनको भी कर दिखाया है। हमने ऐसी भी उपलब्धियां हासिल की हैं जिनकी कल्पना हमारे पूर्वजोंने स्वप्नमें भी नहीं की होगी। सुईसे लेकर जहाजतकका निर्माण करना, मनुष्यका चांदपर पहुंचना, असाध्य रोगोंपर विजय प्राप्त करना, यह […]

सम्पादकीय

मानसूनपर टिकी किसानोंकी आस

अनिल जैन भारतमें मानसूनको लेकर मौसम विभागका अनुमान आमतौरपर गलत ही साबित होती है। इस बार भी मौसम विभागने मानसून समयपर आनेकी भविष्यवाणी करते हुए १०४ से ११० फीसदी वर्षाकी संभावना जतायी है। इस स्थितिको सामान्यसे अधिक वर्षा माना जाता है, लेकिन मौसम विभागका यह अनुमान हकीकतसे दूर नजर रहा है। मानसूनकी आमदमें हो रही […]

सम्पादकीय

ईश्वरकी इच्छा

जग्गी वासुदेव काम करनेका असली आनन्द वही जान सकता है, जिसे काम करनेकी कोई जरूरत न हो। जब आपको मजबूरीमें काम करना पड़ता है तो आप नहीं जान पाते कि काम करना क्या होता है। यदि मैं आंखें बंद कर लूं तो मैं मरनेतक इसी तरह बैठा रह सकता हूं। यदि मैं कितने भी दिन […]

सम्पादकीय

बड़ा फेरबदल और विस्तार

प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदीने अपनी सरकारकी कार्यशैलीको नयी ऊर्जा और धार देनेके लिए बुधवारको अपने मंत्रिमण्डलमें बड़ा फेरबदल करते हुए उसका विस्तार भी किया है। राष्टï्रपति भवनके अशोक हालमें कोरोना प्रोटोकालका अनुपालन करते हुए ४३ मंत्रियोंको राष्टï्रपति रामनाथ कोविंदने पद और गोपनीयताकी शपथ दिलायी, जिसमें १४ नये मंत्री हैं। अच्छा कार्य करनेवाले राज्य मंत्रियोंको कैबिनेटमंत्री […]

सम्पादकीय

सुरक्षा तंत्रके लिए चुनौती बना ड्रोन

आनन्द शुक्ल  जम्मूमें वायुसेना अड्डेपर आतंकियोंने ड्रोन हमलेकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेन्सी (एनआईए) कर रही है। जांचके जो प्रारंभिक संकेत मिल रहे हैं, उसके अनुसार यह स्पष्ट हो गया है कि इस हमलेके पीछे पाकिस्तानका ही हाथ है। पाकिस्तानपर संदेह करनेके पर्याप्त आधार हैं। पाकिस्तानने आतंकी गतिविधियोंको अंजाम देनेके लिए अब हथियारबंद ड्रोनसे हमला करनेका […]