सम्पादकीय

दूसरी लहरका कहर

देशमें कोरोना महामारीकी दूसरी लहरने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। जिस तरहसे संक्रमण बढ़ रहे हैं, वह काफी चिन्ताजनक है। एक दिनमें एक लाखसे अधिक संक्रमणके नये मामलोंका सामने आना इसकी भयावहता और तेज रफ्तारका प्रमाण है। जबसे देश कोरोना महामारीको चपेटमें आया है तबसे पहली बार रविवारको एक लाखसे अधिक नये मामले आये। […]

सम्पादकीय

मोदीकी बंगलादेश यात्राके निहितार्थ

अवधेश कुमार   मोदी जब बंगलादेशके सत्खीरा स्थित शताब्दियों पुराने ५१ शक्तिपीठोंमेंसे एक जेशोरेश्वरी काली मंदिरमें पूजा अर्चना कर रहे थे, सोने और चांदीके मुकुट चढ़ा रहे थे और वह लाइव भारतमें दिखा तो फिर विरोधी और विश्लेषक यह टिप्पणी करेंगे ही कि बंगालके हिंदू मतदाताओंको लुभानेके लिए किया जा रहा है। इसी प्रकार उन्होंने मतुआ […]

सम्पादकीय

अफगानिस्तानमें शांतिका रास्ता

 विष्णुगुप्त तजाकिस्तानकी राजधानी दुशांबेमें हर्ट आफ एशियाकी बैठक आतंकवाद और मजहबी घृणापर नियंत्रण स्थापित करनेके दृष्टिकोणसे और अफगानिस्तानमें शांति स्थापित करनेकी दृष्टिसे अति महत्वपूर्ण समझी जा रही है। पहली बार ऐसा हुआ है कि जब दुनियाकी महत्वपूर्ण देश, तालिबानके समर्थक और तालिबानके विरोधी इस बैठकमें शामिल रहे हैं। चीन, रूस, भारत और ईरान भी इस […]

सम्पादकीय

पश्चिम बंगालमें हिन्दू कार्ड खेलते नेता

आनन्द उपाध्याय अन्तत: नन्दीग्राममें प्रचार अभियानकी समाप्तिके पूर्व इलाकेमें सुबह ममता बनर्जीने जहां ३० फीसदी मुस्लिम बैंकके अपने परम्परागत वोट बैंकको साधनेके लिए जय श्रीरामके नारे लगानेवालोंको घटिया आदमीका नया तमगा दिया, वहीं दुपहरतक अन्य सभामें बहुसंख्यक समुदायके ७० प्रतिशत मतदाताओंको साधनेकी चाल चलते हुए बाकायदा अपने ब्राह्मïण होनेकी पैंतरेबाजीके नये कार्ड खेल कर अपने […]

सम्पादकीय

आध्यात्मिक प्रयास

श्रीराम शर्मा आजके समयमें मनुष्यके बाहर भीतर शांति तथा सुव्यवस्था स्थापित करनेके लिए आध्यात्मिक प्रयास ही सार्थक हो सकते हैं। श्रद्धा, भावना, तत्परता एवं गहराई इन्हींमें समाहित है। हर मानवका धर्म, सामान्यसे ऊपर, वह कर्तव्य है, जिसे अपनाकर लौकिक, आत्मिक उत्कर्षके मार्ग प्रशस्त हो जाते हैं। धर्म अर्थात्ï जिसे धारण करनेसे व्यक्ति एवं समाजका सर्वांगीण […]

सम्पादकीय

जवानोंकी शहादत

नक्सलप्रभावित राज्य छत्तीसगढ़के बीजापुर और सुकमा जिलेके सीमावर्ती क्षेत्रमें शनिवारको सुरक्षाबलों और नक्सलियोंके बीच हुई मुठभेड़में २२ जवानोंका शहीद होना अत्यन्त ही दुखद और हृदयविदारक घटना है। इस मुठभेड़में यद्यपि नौ से अधिक नक्सली भी मारे गये हैं और कई जवान अभी लापता हैं। ३१ जवान घायल हुए हैं, जिनमें कुछ की हालत काफी गंभीर […]

सम्पादकीय

पश्चिम बंगालमें परिवर्तनकी गंज

तारकेश्वर मिश्र   वर्तमानमें ममता बनर्जीका किसी भी तरह पराजित नहीं लगतीं, बल्कि आज भी ‘योद्धाÓ की मुद्रामें हैं। हालांकि चुनाव प्रचारके दौरान कई बेतुके और फिजूल सवालोंको मुद्दोंका रंग देनेकी कोशिश की गयी है, खोखले मनोरंजन भी हैं और अतार्किक आरोप चस्पा किये जा रहे हैं, लेकिन रचनात्मक और औपचारिक विकासका रोडमैप गायब है। पहले […]

सम्पादकीय

बंगलादेशसे मजबूत होते रिश्त

डा. गौरीशंकर राजहंसे अभी हालमें प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदीने बंगलादेशका दौरा वहांकी प्रधान मंत्री शेख हसीनाके निमंत्रणपर किया था। यह एक ऐतिहासिक यात्रा थी। साधारणत: कोरोना महामारीके दौरान प्रधान मंत्री विदेशमें कहीं नहीं जा रहे हैं। उन्होंने शेख हसीनाके साथ मिलकर कई महत्वपूर्ण समझौते किये। पांच सहमति पत्रोंपर दोनों पक्षोंकी ओरसे हस्ताक्षर किये गये। कारोबार, […]

सम्पादकीय

अस्पतालोंमें बढ़ती आगकी घटनाएं

 आशीष वशिष्ठï अस्पतालोंमें आग लगनेकी बढ़ती घटनाएं चिंताका विषय है। आये दिन अस्पतालोंमें आग लगनेसे जानतक चली जाती है। छोटे-छोटे मासूमों और मरीजोंको लेकर बड़ी उम्मीदके साथ लोग अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन जब इनके साथ इस तरहकी घटनाएं होती हैं, तब उनपर दुखोंका पहाड़ टूट पड़ता है। इन हादसोंके पीछे कहीं न कहीं प्रशासनिक लापरवाही […]

सम्पादकीय

आत्मज्ञानकी प्राप्ति

बाबा हरदेव आत्मज्ञानकी प्राप्ति गुरुकी कृपासे सहजमें हो सकती है, लेकिन इसकी संभाल बहुत कठिन है। जैसे हम कहींसे कोई पौधा ले आते हैं और अपने घरके आंगनमें लगा देते हैं, लेकिन केवल उसको घरके आंगनमें लगा देनेसे ही हमें लाभ नहीं मिल जाता। हम उसकी संभाल करते हैं। उसको पानी-खाद भी डालते हैं ताकि […]