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Covid-19 India: वैक्सीन लेने के बाद कोरोना पॉजिटिव आने वाले लोगों का डेटा इकट्ठा करेगी सरकार


देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच अब केंद्र सरकार वैक्सीन लेने के बाद संक्रमित होने वाले लोगों का भी डेटा इकट्ठा करेगी. देश में कई जगहों से ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी लोग कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं. इस डेटा को जुटाने के लिए कोरोना वायरस सैंपल की जांच के लिए फॉर्म में वैक्सीन से जुड़े कुछ कॉलम जोड़े गए हैं. जिसमें लोगों से वैक्सीन लेने से जुड़ी जानकारी मांगी जाएगी.

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोविड-19 जांच के सैंपल फॉर्म में अपनी जानकारी देने के साथ लोगों को यह भी बताना होगा कि उन्होंने वैक्सीन ली है या नहीं. अगर किसी ने वैक्सीन ली है, तो उसे कंपनी का नाम भी लिखना होगा. देश में फिलहाल दो वैक्सीन, कोविशील्ड और कोवैक्सीन की डोज दी जा रही है. साथ ही लोगों को यह भी बताना होगा कि उन्होंने वैक्सीन की पहली डोज और दूसरी डोज कब ली है. इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय के पास पता करने का कोई तरीका नहीं था कि वैक्सीन लेने के बाद कोई पॉजिटिव हो रहा है या नहीं.

अभी हाल ही में लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के कुलपति डॉ वी के पुरी समेत 40 डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इनमें से सभी डॉक्टर्स वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं. वहीं मंगलवार को महाराष्ट्र में औरंगाबाद नगर निगम के कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडे भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. उन्होंने पिछले महीने ही वैक्सीन की दूसरी डोज ली थी. इसके अलावा कई और जगहों पर वैक्सीन लेने के बाद संक्रमित होने के मामले सामने आ चुके हैं.

देश में कोरोना के 1,15,736 नए केस दर्ज किए गए

देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1,15,736 नए केस दर्ज किए गए, जो एक दिन में आए अब तक सबसे ज्यादा मामले हैं. इससे पहले रविवार को 24 घंटे में संक्रमण के 1,03,558 नए मामले सामने आए थे. देश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 8,43,473 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 630 और लोगों की मौत हो गई, जिससे देश में वायरस से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,66,177 हो चुकी है.

सभी के लिए वैक्सीनेशन पर केंद्र सरकार का जवाब

विभिन्न राज्यों और समूहों के द्वारा 18 साल के ऊपर के सभी व्यक्ति को वैक्सीन लगाने की मांग के बीच केंद्र सरकार ने कहा कि वैक्सीनेशन का लक्ष्य सबसे जोखिम वाले लोगों को सुरक्षित करना है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कहा कि पश्चिमी देशों में भी चरणबद्ध तरीके से टीकाकरण अभियान चलाया गया है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सुझाव दिया कि 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को टीका लेने की अनुमति देनी चाहिए.