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Mangaluru: पीएम मोदी बोले, आज का भारत अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास पर है केंद्रित


मंगलुरु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक के मंगलुरु में 3800 करोड़ रुपये की मशीनीकरण और औद्योगीकरण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज का भारत अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास पर केंद्रित है, क्योंकि यह विकसित भारत का मार्ग है। बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से हम नए रोजगार पैदा कर सकते हैं और नए अवसर पैदा कर सकते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि नया भारत नए अवसरों की भूमि है। आईएनएस विक्रांत का चालू होना सभी नागरिकों के लिए गर्व का क्षण है। हमने 3700 करोड़ रुपये की विभिन्न औद्योगिक परियोजनाएं शुरू की हैं। इन परियोजनाओं से व्यापार करने में आसानी के साथ व्यापार और वाणिज्य को मजबूत करने में मदद मिलेगी।

भारत के विकास के लिए निर्यात बढ़ाना महत्वपूर्ण

जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट प्रोग्राम के जरिए हम कर्नाटक में कारीगरों के लिए बाजार के अवसर खोल सकेंगे। मेक इन इंडिया की सफलता भारत के विकास के लिए निर्यात बढ़ाना महत्वपूर्ण है। इसका समर्थन करने के लिए हम बेहतर लॉजिस्टिक्स के लिए अपना बुनियादी ढांचा विकसित कर रहे हैं।

21वीं सदी में भारत ‘हरित विकास’ के विजन के साथ बढ़ रहा है आगे

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत ‘हरित विकास’ के विजन के साथ आगे बढ़ रहा है। कर्नाटक की रिफाइनरियों में इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक इस उद्देश्य के अनुरूप है। अमृत काल के दौरान भारत हरित विकास और हरित नौकरियों की मानसिकता के साथ आगे बढ़ रहा है।

भारत में स्वास्थ्य सेवा को जमीनी स्तर पर पहुंचाया

मंगलुरु में पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत ने यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है कि गरीब गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल कर सकें और उनके परिवार चिकित्सा खर्चों के कारण कर्ज में न डूबें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी बीमा योजना के साथ हमने स्वास्थ्य सेवा को जमीनी स्तर पर पहुंचाया है।

कर्नाटक में मछुआरों को दिए गए किसान क्रेडिट कार्ड

इस दौरान उन्होंने कहा कि कर्नाटक में मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए गए हैं। हम मछुआरों को उनकी आय बढ़ाने के लिए बेहतर नावें और तकनीक प्रदान करने पर भी काम कर रहे हैं। पिछले 8 सालों में मेट्रो सुविधाओं वाले शहरों की संख्या में चार गुना वृद्धि हुई है।