तुएनसांग (नगालैंड), : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि नगा शांति वार्ता चल रही है और उम्मीद है कि पूर्वोत्तर राज्य में स्थायी शांति लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई पहल रंग लाएगी। उन्होंने तुएनसांग में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ”मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि 2014 से पहले नगालैंड फायरिंग, बम धमाकों से त्रस्त था। 2014 के बाद पीएम मोदी ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर कर नगा शांति वार्ता को आगे बढ़ाया। आज नगालैंड विकास की दिशा में आगे बढ़ गया है।
हिंसक घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि पूर्वी नगालैंड के विकास और अधिकारों से जुड़े कुछ मुद्दे हैं, जिनका विधानसभा चुनाव के बाद समाधान किया जाएगा। यह कहते हुए कि पूर्वोत्तर में उग्रवाद कम हो रहा है, उन्होंने दावा किया कि भाजपा शासन के तहत इस क्षेत्र में हिंसक घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है।
सुरक्षा बलों की मौतों में 60 फीसदी की कमी
केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी दावा किया कि सुरक्षा बलों की मौतों में 60 फीसदी की कमी आई है, जबकि पूर्वोत्तर में नागरिकों की मौत में 83 फीसदी की कमी आई है।
3-4 वर्षों में पूरे नगालैंड को AFSPA से मुक्त कर देंगे
सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम, 1958 यानी AFSPA को भाजपा सरकार द्वारा नगालैंड के बड़े हिस्से से हटा लिया गया है। शाह ने आशा व्यक्त की कि अधिनियम अगले तीन से चार वर्षों में पूरे पूर्वोत्तर राज्य से हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी ने 9 वर्षों में पूरे उत्तर-पूर्व में शांति स्थापना के लिए बहुत सारा काम किया है। आज नगालैंड का एक बड़ा हिस्सा AFSPA से मुक्त हुआ है। मुझे पूरा भरोसा है कि आने वाले 3-4 वर्षों में हम पूरे नगालैंड को AFSPA से मुक्त कर देंगे।
60 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 27 फरवरी को होंगे और वोटों की गिनती दो मार्च को होगी।