Post Views: 1,049 ए. कुमार तृणमूल कार्यकर्ताओं और समर्थकोंके एक वर्गकी आक्रामकता देखी जा सकती है। दो राय नहीं कि ममताको चोट लगी। उन्होंने रणनीतिके तहत लोगोंकी सहानुभूति पाने तथा अपने कार्यकर्ताओंको भाजपाके खिलाफ आक्रामक करनेके लिए इसका उपयोग भी किया है। बयान दे दिया कि उनपर चार-पांच लोगोंने हमला किया। वहांसे कोलकाता अस्पताल जाते, […]
Post Views: 555 डा. भरत झुनझुनवाला सन्ï १९७० में भारतमें बिकनेवाली दवाओंमें बहुराष्ट्रीय कम्पनियोंका दो-तिहाई हिस्सा था। इसके बाद सरकारने प्रोडक्ट पेटेंटको निरस्त कर दिया। पेटेंट, यानी नये अविष्कारोंको बेचनेका एकाधिकार दो तरहसे बनाये जाते हैं। प्रोडक्ट पेटेंटमें आप जिस माल (प्रोडक्ट) का आविष्कार करते हैं और उसे पेटेंट करते हैं, उस मालको कोई दूसरा […]
Post Views: 751 अरविंद जयतिलक संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की ओरसे जारी खानेके सूचकांककी रिपोर्ट-२०२१ का खुलासा चिंतित करनेवाला है कि बीते साल दुनियाभरमें अनुमानित रूपसे ९३.१० करोड़ टन खाना बर्बाद हुआ जो वैश्विक स्तरपर कुल खानेका १७ फीसदी है। रिपोर्टके मुताबिक इसका ६१ फीसदी हिस्सा घरोंसे, २६ फीसदी खाद्य सेवाओं एवं १३ फीसदी […]