वाराणसी

‘नंद के आनंदभयो जय कन्हैया लाल की…Ó


भारत भारती परिषद द्वारा आयोजित श्री वि_लनाथजी गोसाई के प्रादुर्भाव महोत्सव की पूर्व बेला में गत एक जनवरी से चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में सोमवार को अग्रवाल भवन में परमब्रह्म भगवान श्रीकृष्ण का जन्म एवं नंदमहोत्सव आयोजन धूमधाम व उल्लास के साथ मनाया गया। महोत्सव में व्यासपीठ के उद्बोधन में कहा गया कि वेदों में जिस भगवान को आनंद स्वरूप बताया गया है। वह भगवान नंदनंदन पुष्टीमार्ग में परम आराध्य हैं, एवं परमतत्व हैं, भगवान श्रीकृष्ण की कलयुग में श्री वि_लनाथ गोसाई जी के रूप में चरणाट धाम, (चुनार) में प्रकट हुएए इनका नंदमहोत्सव आठ जनवरी को वहां बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा, कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए षष्ठपीठाधीश्वर गोस्वामी श्री श्याम मनोहर जी महाराज ने कहा कि यह बड़े ही आनंद की बात है कि श्री गुसाईं जी के उत्सव के उपलक्ष्य में श्रीकृष्ण महोत्सव दो-दो बार मनाया जा रहा है। सोमवार को कथा प्रांगण में एवं चार जनवरी को श्री वि_लनाथ की कथा के अंतर्गत हुए नंदमहोत्सव के उल्लास में भारत भारती परिषद के सम्मानित सदस्य एवं काशीधाम की वैष्णवजन ‘नंद के आनंदभयो जय कन्हैया लाल कीÓ भजन कीर्तन के साथ आनंद की मस्ती में नाचते गाते झूमते माखनए मिश्री, मेवा मिठाई, खिलौने की हो रही बरसात में संपूर्ण अग्रवाल भवन का कथा स्थल आनंद से भरा हुआ दिखायी दिया, प्रसाद वितरण भी माखन मिश्री से हुआ, भारत भारती परिषद के श्रीमद्भागवत कथा के संयोजक दीपक अग्रवाल ने धर्मनगरी काशी की भक्तों से भागवत कथा में सम्मिलित होने का आह्वïान किया। महोत्सव के अंत में कथा मनोरथी श्री अशोक बल्लभ दास अग्रवाल एवं दिनेश यादव ने सस्वर पाठ कर रहे विद्वान आचार्य श्री ईश्वरी दत्त भट्ट एवं दिनेश शुक्ल को अंगवस्त्रम भेट कर सम्मान किया, स्वागत अशोक जी अग्रवाल (स्वागताध्यक्ष एवं सभापति श्री काशी अग्रवाल समाज) द्वारा किया गया। उत्सव की आरती अशोक जी एवं श्रीमती मीना अग्रवाल ने परम विद्वान आचार्य पंडित गणेश नारायण पालन्दे महोत्सव के दिव्य मंत्र के साथ की गयी। संयोजक श्री दीपक अग्रवाल ने सभी भक्त वैष्णवजनों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। पंडित लल्लन दुबे, राजकृष्ण रामकृष्ण दुबे, संजय अग्रवाल (राजादरवाजा), संजय गिरिराज आदि का विशेष योगदान रहा ।