(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य के सभी 66 सरकारी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों के पुस्तकालयों का कायाकल्प होगा। सरकारी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों के पुस्तकालयों को जीवंत के साथ एक आदर्श पुस्तकालय बनाने के लिए मंगलवार को सोनपुर के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में मुक्त चर्चा का आयोजन किया गया। यह आयोजन संस्थान के पुस्तकालय कक्ष में हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा विभाग के शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक डॉ. विनोदानंद झा ने पुस्तकालय के महत्व की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने किताबों को पढ़ा जाना ही पुस्तकालय के लिए सबसे अच्छी बात कही तथा शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में पुस्तकालयों को जीवंत बनाने की दिशा में अहम भूमिका पर जोर दिया।
मुक्त चर्चा का उद्येश्य राज्य के सभी 66 शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों के पुस्तकालयों को आधुनिक एवं वैकल्पिक रूप से पुनर्जीवित करने हेतु एक आदर्श पुस्तकालय की रूप-रेखा को विकसित करना था। इसमें पुस्तकालय का अर्थ एवं रूप-रेखा, पुस्तकालय पाठ्यसामग्री का चयन, दस्तावेजीकरण एवं संधारण तथा पढऩे में रूचि विकास हेतु पुस्तकालय में की जाने वाली गतिविधियों पर चर्चा हुई।
प्रतिभागियों के विचारों पर रिपोर्ट तैयार होगी। उसके आधार पर ही पुस्तकालयों का कायाकल्प होगा। मुक्त चर्चा में मंत्रा फोर चेंज के शिक्षाविद नीरज दास गुरु, सौरभ सिंह, डॉ. तापस राय एवं विशाल पाण्डेय ने अपनी बातें रखीं। प्रारंभ में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य डॉ. रामविनय पासवान ने आयोजन के औचित्य की चर्चा की। उपप्राचार्या डॉ. नमिता नारायण सहित विभिन्न टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों के व्याख्याता इसमें शामिल हुए।