Post Views: 1,029 जल ही जीवन है और जलके अभावमें जीवनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है लेकिन दुर्भाग्यकी बात यह है कि शुद्ध जल आज जन-सामान्यको सुलभ नहीं है। प्रदूषित जल ग्रहण करना मानवकी विवशता बन गयी है। इससे आम जीवनपर संकट बढ़ गया है क्योंकि जलजनित बीमारियोंका दंश निरन्तर बढ़ता जा रहा […]
Post Views: 741 अभी हालतक सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा था। अचानक ही कोरोनाका नया दौर शुरू हो गया और यह इतना भयंकर है कि किसीको समझमें नहीं आ रहा है कि इससे कैसे निबटा जायगा। लोग धड़ाधड़ अपने व्यवसाय और कारखाने बन्द कर रहे हैं तथा बिहार और उत्तर प्रदेशके मजदूर सिरपर अपनी गठड़ी लादे […]
Post Views: 1,335 ओशो एक ज्ञान है, जो भर तो देता है मनको बहुत जानकारीसे लेकिन हृदयको शून्य नहीं करता। एक ज्ञान है, जो मन भरता नहीं, खाली करता है। हृदयको शून्यका मंदिर बनाता है। एक ज्ञान है, जो सीखनेसे मिलता है और एक ज्ञान है जो बिना सीखनेसे मिलता है। जो सीखनेसे मिले, वह […]