Post Views: 888 डा. भरत झुनझुनवाला आगामी वर्षके बजटमें वित्तमंत्रीने एक महत्वपूर्ण घोषणा यह की है कि दो सार्वजनिक बैंकोंका निजीकरण किया जायगा। अबतक सरकारकी नीति सरकारी कम्पनियोंके आंशिक शेयरोंको बेचनेकी रही है। इस प्रकारके विनिवेशसे कम्पनियोंपर नियन्त्रण एवं उनके प्रबंधनकी जिम्मेदारी सरकारी अधिकारियोंकी ही रहती है। इसके विपरीत निजीकरणमें सरकारी इकाईके कंट्रोलिंग शेयर किसी […]
Post Views: 1,203 जी. पार्थसारथी तिब्बतकी दिशासे देपसांगके मैदानोंसे होकर चीनने सुनियोजित ढंग और बड़े पैमानेपर भारतीय इलाकेमें घुसकर चौंकाया। केंद्रशासित प्रदेश लद्दाखमें चीनियोंकी इस घुसपैठको यदि सही ढंगसे नहीं निबटा जाता तो उनके लिए उत्तरमें और आगे बढ़कर सामरिक महत्ववाले दौलत बेग ओल्डी हवाई अड्डेतक पहुंचनेकी राह आसान हो जाती। यह हवाई अड्डा चीनके […]
Post Views: 629 अजीत रानाडे अमेरिकाके ३५वें राष्ट्रपतिके रूपमें पदभार ग्रहण करते हुए २० जनवरी, १९६१ को जॉन एफ केनेडीने यह प्रसिद्ध उक्ति कही थी, यह मत पूछें कि आपका देश आपके लिए क्या कर सकता है, आप यह पूछें कि आप अपने देशके लिए क्या कर सकते हैं। यह एक करिश्माई नेता द्वारा नागरिक […]