बता दें कि साल 2014 में वर्चस्व की लड़ाई में ठेकेदार पर हुए जानलेवा हमले में एक मजदूर ने जान गंवाई थी. साल 2020 में तत्कालीन एसपी त्रिवेणी सिंह ने मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया था. यह मामला तरवां थाना क्षेत्र के ऐराखुर्द गांव का है.
ये है मामला
तरवां थाना क्षेत्र के ऐराखुर्द गांव में वर्ष 2014 में सड़क निर्माण के दौरान वर्चस्व की लड़ाई में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के लोगों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की गयी थी. इसमें एक मजदूर की मौत हो गयी थी, जबकि एक मजदूर घायल हो गया था. इस मामले में तरवां थाने में मुख्तार और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसी मामले को लेकर मुख्तार और उसके 10 सहयोगियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई थी. पुलिस ने मुख्तार को वारंट भी तामिल कराया था.’
इस मामले में गैंगेस्टर कोर्ट ने मुख्तार को गुरुवार को पेश होने का निर्देश दिया था, लेकिन कोविड के चलते मुख्तार कोर्ट में पेश नहीं हुआ, लेकिन विडियो कांफ्रेसिंग से कार्ट में सुनवाई हुई. करीब बीस मिनट चली सुनवाई के दौरान माफिया मुख्तार अंसारी कोर्ट में गिड़गिड़ाता नजर आया. उसने कहा कि योगी सरकार विद्वेश की भावना से काम कर रही है.