Post Views: 701 डा. दीपकुमार शुक्ल मंत्रिमण्डल विस्तारमें चुनावी राज्यों और जातीय समीकरणोंको साधनेकी कोशिश भी स्पष्ट रूपसे दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेशसे सबसे अधिक सात सांसदोंको मंत्रिमण्डलमें शामिल किया गया है। इनमेंसे एक ब्राह्मïण, तीन ओबीसी तथा तीन अनुसूचित जातिके हैं। मंत्रिमण्डल विस्तारसे एक दिन पूर्व चार राज्योंके राज्यपाल भी बदले गये थे। […]
Post Views: 706 हृदयनारायण दीक्षित व्यक्ति असाधारण संरचना है। शरीर प्रत्यक्ष है। अंत:करण अप्रत्यक्ष है। हमारे कर्म तप भौतिक हैं। इनके प्रेरक तत्व हमारे भीतर हैं। इसकी वाह्य गतिविधि दिखाई पड़ती है। जब हर्ष, उल्लास दुख-सुखके भाव बाहर प्रकट होते हैं। भारतके मनीषियों एवं चिन्तकोंने अंत:करणके उल्लास-संवद्र्धनके लिए अनेक उपाय खोजे हैं। ईश्वरका आनन्ददाता कहा […]
Post Views: 763 प्रवीण गुगनानी पिछले वर्षोंमें सम्पूर्ण भारतमें तुष्टीकरणकी राजनीतिकी राजधानी बनकर कोई राज्य उभरकर आया है तो वह राज्य है पश्चिम बंगाल। तुष्टीकरणकी राजनीतिकी प्रयोगशाला या राजधानी बनकर उभरा पश्चिम बंगाल इस घृणित राजनीतिकी एक बड़ी कीमत चुका बैठा है एवं आगामी दिनोंमें भी चुकायगा यह स्पष्ट दिख गया है इस विधानसभा चुनावके […]