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आर्थिक सर्वेक्षण 2023: रोजगार के बढ़े अवसर, प्रवासी मजदूरों की वापसी से गुलजार हुए शहर


नई दिल्ली, । संसद में जारी आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 में कहा गया है कि निर्माण गतिविधियों में तेजी आने से इसने रोजगार के नए अवसर पैदा हुए है। साथ ही, कोरोना काल में घर चले गए प्रवासी मजदूरों को वापस आने का मौका मिला। बता दें कि मार्च 2020 से महामारी की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था, जिसकी वजह से रियल एस्टेट क्षेत्र को काफी नुकसान उठाना पड़ा था और इस वजह से मजदूरों की नौकरी चली गई थी।

 

बढ़े रोजगार के अवसर

सर्वे के मुताबिक, सरकार द्वारा लाई गई विभिन्न योजनाओं से रोजगार को बढ़ाने में मदद मिली है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार को जन्म दिया है और ग्रामीण परिवारों के लिए आय के स्रोतों को बढ़ाने का अवसर दिया है। वहीं, पीएम-किसान और पीएम गरीब कल्याण योजना जैसी योजनाओं ने देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद की है। इस वजह से ज्यादातर मजदूर अपने काम पर  वापस लौटने को प्रोत्साहित हुए।

बेरोजगारी दर में भी आई कमी

श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) से पता चलता है कि 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शहरी बेरोजगारी दर सितंबर तिमाही में घटकर 7.2 प्रतिशत हो गई है। यह एक साल पहले सितंबर तिमाही में 9.8 प्रतिशत था। श्रम बल की भागीदारी दर में भी सुधार हुआ है, इससे वित्त वर्ष 23 की शुरुआत में अर्थव्यवस्था के उभरने की पुष्टि की गई है।

हुई प्रवासी मजदूरों की वापसी

आर्थिक सर्वेक्षण इस बात को भी कहा गया है कि निर्माण स्थलों पर टीकाकरण योजना ने शहरों में प्रवासी श्रमिकों की वापसी को तेज किया है और इसका फायदा हाउसिंग मार्केट को हुआ है। हालांकि, हाउसिंग मार्केट में इन्वेंट्री फोलियो में गिरावट देखी गई और वित्त वर्ष 2023 (अक्टूबर-दिसंबर) की तीसरी तिमाही में यह 42 महीने से गिरकर 33 महीने हो गई।