पटना

किशनगंज थानाध्यक्ष की मौत का सदमा बर्दास्त नहीं कर पायीं मां, हार्ट अटैक से गयी जान


सर्किल इंस्पेक्टर सहित 6 पुलिसकर्मी निलंबित

पटना। पश्चिम बंगाल में मॉब लिंचिंग से किशनगंज के थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की मौत का गम उनकी मां नहीं सह पाई हैं। दिवंगत थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की मां का निधन हो गया है। आज सुबह उनकी मां ने अंतिम सांस ली। बेटे की मौत का गम उनकी मां बर्दाश्त नहीं कर पाई और आज उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। शहीद अश्वनी कुमार और उनकी मां का अंतिम संस्कार आज दोपहर 2:00 बजे गांव में ही किया जाएगा। जिसमे कई आला अधिकारी और नेता के पहुंचने की सूचना है।

अश्विनी कुमार का पैतृक घर पूर्णिया के जानकीनगर थाना इलाके में है। उनकी माता का आज सुबह निधन हो गया। अपने बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद लगातार वह बेसुध पड़ी हुई थीं। इससे बड़ी त्रासदी और कोई नहीं हो सकती कि मां-बेटे दोनों का अंतिम संस्कार आज एक साथ किया जाएगा। अश्विनी कुमार की मां उर्मिला देवी 70 वर्ष की बुजुर्ग थी। माना जा रहा है कि वह अपने बेटे के मारे जाने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकती थी।

आखिरकार यह आशंका सही साबित हुई और जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली, वह इस बात को सहन नहीं कर सकीं। जिसके बाद हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। बताया गया कि वह पहले से ही बीमार चल रही थीं। अश्विनी के पिता का सात साल पहले ही निधन हो चुका है।

वहीं पश्चिम बंगाल के पांतापाड़ा घटना स्थल से भागकर अपनी जान बचाने वाले सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार सहित 6 पुलिसकर्मी निलंबित कर दिया है। एसपी कुमार आशीष के अनुसंशा पर पूर्णिया रेंज के आईजी सुरेश कुमार चौधरी ने कर्तव्यहीनता के आरोप में पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है।

गौरतलब हो कि, शुक्रवार को किशनगंज जिले से सटे पश्चिम बंगाल के गोवालपोखर थाना क्षेत्र के पांतापाड़ा गांव में भीड़ ने अहले सुबह किशनगंज टाउन थाना अध्यक्ष अश्विनी कुमार की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। थाना अध्यक्ष अश्विनी कुमार के सर पर गंभीर चोट लगने से उनकी मौत घटना स्थल पर ही हो गयी थी।