पटना

गया: जिला के बार्डर पर कोविड के सैंपल जांच की रखें सुबिधा : प्रभारी मंत्री


  • बोधगया का इंटरनेशनल प्लेस के रूप में और अधिक होगा विकास
  • जिला को टूरिज्म हब पर कार्य करने में तेजी लाने का दिया निर्देश
  • डीएम कोविड संबंधित कार्यों की विस्तारसे दी जानकारी
  • प्रथम डोज लगभग 30 प्रतिशत तथा द्वितीय दोज लगभग 19 प्रतिशत

गया। जिला प्रभारी मंत्री सह उद्योग मंत्री, बिहार सरकार शाहनवाज हुसैन की अध्यक्षता में कोविड 19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जिले के तमाम वरीय पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक के माध्यम से जिले में कोरोना संक्रमण के दर को कम करने, लोगों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने, जिले में आक्सीजन प्लांट स्थापित करने, अस्पतालों की व्यवस्था में और अधिक सुधार लाने, दवाकी उपलब्धता सुनिश्चित करने, टीकाकरण एवं कोरोना जांचको ग्रामीण स्तर तक पहुँचाने, लाकडाउन का अक्षरशः अनुपालन करवाने, उद्योग टूरिज्म एवं रिलीजियस दृष्टिकोण से बढ़ावा देने, गया जिला को उद्योग का अग्रणी बनाने, गया-पटना राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क के मरम्मत कार्य में तेजी लाने, गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को और अधिक सुदृढ़ बनाने सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श करते हुए मंत्री ने संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निदेश दिए।

जिला पदाधिकारी, अभिषेक सिंह ने प्रभारी मंत्री-सह-उद्योग मंत्री, बिहार सरकार का स्वागत किया। प्रभारी मंत्री को जिला पदाधिकारी द्वारा कोरोना से संबंधित कार्यो का विस्तार से प्रजेंटेशन के माध्यम से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि जिले में अबतक 14,36,400 कोरोना जांच हुई है, जिसमें 28,908 पाजिटिव केस हैं तथा रिकवर 26,959 है। जिले में अब कुल एक्टिव केस 1,769 हैं। जिले में पाजिटिविटी दर 2-27 है। अबतक 180 लोग की मृत्यु हुई है। जिले में पूर्ण रूप से लाकडाउन प्रभावी है।

जिले में 333 बेड का डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर कार्यरत हैं तथा 50 बेड का कोविड केयर सेन्टर चल रहे हैं। 17 निजी अस्पतालों को कोरोना के मरीजों का इलाज हेतु सम्बद्ध किया गया है, जिसमे 173 बेड हैं। एएनएमएमसीएच में कोविड से संबंधित 206 बेड है, जिसमें 170 बेडपर पाइप के माध्यम से आक्सीजन सप्लाई की जा रही है तथा 36 बेड बिना आक्सीजन के हैं। पर्याप्त संख्या में आक्सीजन कंसंट्रेटर भी उपलब्ध है, जिससे मरीजोंको आक्सीजनकी सुविधा दी जा रही है।

जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि एएनएमएमसीएच में आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है, जो लगभग एक सप्ताहमें पूर्ण हो जायेगा। इससे प्रतिदिन 50 से 60 आक्सीजन सिलिंडर रिफिल हो सकेगा। उन्होंने बताया कि ’जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या-0631-2222253 व 2222259, 24 घण्टे कार्यरत हैं। जिसमें 5,674 वैसे काल हैं, जो होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों द्वारा काल किया गया है। टेलीमेडिसिन के माध्यम से 1,836 लोगों को चिकित्सकों द्वारा परामर्श दिया गया है तथा टेलीमेडिसिन व्हाट्सएप वीडियो काल एवं वीडियो चैट के माध्यम से 316 लोगों का उपचार किया गया है।

उन्होंने बताया कि जिले में सभी 24 प्रखंडों में सामुदायिक रसोई संचालित है। गया नगर निगम अंतर्गत 3 सामुदायिक रसोई संचालित है तथा 20 मई 2021 से कुल 9 स्थानोंपर अतिरिक्त् सामुदायिक रसोई संचालित की गई है। गया जिला में अब तक कुल 36 जगहोंपर सामुदायिक रसोई प्रारंभ है, जिसमें अब तक कुल 71,076 व्यक्तियों ने भोजन किया है। उन्होंने बताया कि जिले में 177 स्थानों पर टीकाकरण केंद्र बनाया गया है।

जिला पदाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 168 कंटेनमेंट जोन एवं माइक्रो कंटेनमेंट जोन एक्टिव है। जिला अंतर्गत कंटेनमेंट जोनके अंदर सैंपलिंग कराने पर अबतक कुल 1,652 लोग पाजिटिव मिले तथा हाई रिस्क कांटेक्ट वाले 505 व्यक्ति कोरोना पाजिटिव पाए गए। गया जिला अंतर्गत कुल 111 सरकारी आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं, कुल 781 बेडके विरूद्ध 175 बेडपर मरीज भर्ती हैं। जिला अंतर्गत कुल 17 प्राइवेट अस्पताल है, जहां कोरोना का इलाज किया जा रहा है। कुल 173 बेड के विरुद्ध 59 बेडपर मरीज भर्ती हैं।

कोविड-19 से बचाव हेतु ’वैक्सीनेशन की समीक्षा में बताया गया कि फ्रंटलाइन वर्कर तथा हेल्थ केयर वर्कर द्वारा शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करवाया जा चुका है तथा वरिष्ठ नागरिकों द्वारा गया जिले में प्रथम डोज लगभग 30 प्रतिशत तथा द्वितीय दोज लगभग 19 प्रतिशत व्यक्तियों द्वारा लिया गया है।’

जिला पदाधिकारी ने बताया कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में कुल 150 चिकित्सकों की प्रतिनियुक्तिकी गई है, 250 नर्स तथा 325 पारा मेडिकल स्टाफ प्रतिनियुक्त है। मगध मेडिकल में 28 आईसीयू बेड के विरूद्ध 20 मरीज, वाई पर 38 के विरुद्ध 31 भर्ती हैं। जिले में कुल 704 आक्सीजन सिलेंडर, 114 आक्सीजन कंसंट्रेटर, 162 पल्स आक्सीमीटर, 99 कार्डियक मानिटर उपलब्ध है। जिला अंतर्गत अब तक कुल 41,335 व्यक्तियों से 20,66,750 रुपये की जुर्माना वसूली गई है। लाकडाउन को सख्ती से अनुपालन कराने तथा कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के उद्देश्य से कुल 431 दुकानों को सील किया गया तथा 49 दुकान के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए 13 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।

बैठक को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री ने गया जिले के तमाम पदाधिकारी एवं चिकित्सकों को बधाई दिया कि दिन-प्रतिदिन गया जिले में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या में गिरावट आ रही है। जिले के तमाम कोविड-19 के अस्पतालों में व्यवस्थाएं दुरुस्त एवं गुणवत्तापूर्ण रहने के कारण आज की तिथि में संक्रमितो की संख्या में गिरावट आई है। सामुदायिक रसोई की समीक्षा में माननीय प्रभारी मंत्रीने कहा कि निरंतर सामुदायिक रसोई चालू रखें तथा प्रोटीनयुक्त भोजन लोगों को उपलब्ध कराएं। मंत्रीने रैपिड एंटीजन एवं आरटीपीसीआर सैंपल जांच में तेजी लाने का निर्देश दिए।

लाकडाउन एवं कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए विभिन्न माध्यमों यथा ट्रेन एवं बससे यात्री बंगालसे गया लौट रहे हैं। मंत्रीने कहा कि चुकी बंगाल में कोरोना संक्रमण का दर ज्यादा है, इसलिए वैसे व्यक्ति जो बंगाल से गया जिला लौट रहे हैं तो संबंधित यात्रियों का डिटेल्स संबंधित प्रखंडों के पदाधिाकारियों में, पंचायतों के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तथा पुलिस पदाधिाकारियों में यात्रियों का डिटेल उपलब्ध कराएं ताकि समय-समय पर उनकी विशेष निगरानी की जा सके। उन्होंने कहा कि वैसे व्यक्तियों को कम से कम 3 दिनों का होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दें। मंत्री ने यह भी कहा कि जिला के वैसे क्षेत्र जो अन्य राज्यों से जुड़ते हैं, उन सभी बार्डर पर कोविड के सैंपल जांच सुबिधा रखे।

वैक्सीनेशन की समीक्षा में मंत्री ने कहा कि 45 वर्ष से ऊपर वाले गया जिले में काफी कम लोगों ने वैक्सीन लगवाई है। इसके लिए विशेष प्रचार प्रसार करा कर लोगों को जागरूककर टीकाकरण करवाएं। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर जानकारी प्राप्त करें कि वैसे कौन कौनसे क्षेत्र हैं, जहां काफ़ी कम संख्या में 45 वर्ष से ऊपर वाले व्यक्तियों ने टीका लिया है तथा वहां के मुखिया एवं अन्य जनप्रतिनिधि को लगाकर जागरूकता करवाएं। जीविका दीदियों द्वारा लगातार सर्वे कराएं तथा माइकिंग करवाएं। मंत्री ने गया जिलावासियों से अपील किया है कि 45 वर्ष से ऊपर वैसे व्यक्ति जो अब तक कोरोना से बचने हेतु टीका नहीं लगवाए हैं, वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अवश्य टीका लगवाएं।

गया जिला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डाकी समीक्षामें मंत्रीने कहा कि गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डाको और सुदृढ़ बनाने का विचार किया जा रहा है तथा बोधगया में इंटरनेशनल प्लेस के रूप में और अधिक प्रभावी तरीके से विकास करने पर विचार किया जा रहा है। मंत्रीने जिला पदाधिकारी को इंडस्ट्रियल एरिया बनाने के लिए प्लानिंग करने का निर्देश दिया तथा टूरिज्म के दृष्टिकोण से गया जिला को टूरिज्म हब पर कार्य करने में तेजी लाने का निर्देश दिया।

पटना-गया-डोभी सड़क की मरम्मती की समीक्षा में मंत्रीने जिला पदाधिकारी को गया पटना नेशनल हाईवे को अतिशीघ्र मरम्मती कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में गया जिले में भी खादी माल बनाने का कार्य किया जाएगा। अंत में उन्होंने कहा कि गया जिला उद्योग के क्षेत्र में अग्रणी बनाने का कोशिश किया जा रहा है। इसके उपरांत उप विकास आयुक्त सुमन कुमार द्वारा धान्यवाद ज्ञापित किया गया।

प्रभारी मंत्री के साथ वर्चुअल बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, सहायक समाहर्ता, अपर समाहर्ता, निदेशक, डीआरडीए, अधीक्षक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, प्राचार्य, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा शाखा, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला भूअर्जन पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला नजारत उप समाहर्त्ता, सिविल सर्जन, विशेष कार्य पदाधिकारी, सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, डीपीएम स्वास्थ्य, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे।