चंदौली

चंदौली।गौरवमयी इतिहास समेटे है रेलवे इंटर कालेज


मुगलसराय। रेल की स्वायत्ता पर भी असर दिखने लगा है। इस क्रम में गत दिनों देश भर में रेलवे के संचालित कुल 94 विद्यालयों को बंद करने की बात सामने आयी। जिस पर रेलवे इंटर कालेज के अस्तित्व पर भी चर्चा शुरु हो गयी। इस विद्यालय में सादगी के प्रतीक पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने भी अध्ययन किया जिनकी विद्यालय में आदमकद प्रतिमा लगी हुई है जो छात्रों को प्रेरित करती रहती है। जानकारी के अनुसार लगभग यहां १००० बच्चे अध्ययनरत है। रेलवे इंटर कालेज में दी जाने वाली शिक्षा की चर्चा जनपद ही नहीं देश में भी होती है। लेकिन अब उस ग्रहण लगता नजर आ रहा है। यहां से निकले छात्र सेना के उच्च पदों पर पहुंचने के साथ ही विभिन्न सरकारी संस्थानों में कार्यरत हैं। एक छात्र ने विद्यालय को डमी फाइटर प्लेन भी उपहार में देकर विद्यालय के प्रति अपनी श्रद्घा प्रकट किया है। विद्यालय ४ से ७ , ८ से १२ तक दो बिल्डिंगों में संचालित होता है। यहां विज्ञान की शिक्षा के लिए उच्च श्रेणी की लैब है। जो आस-पास के विद्यालयों में शायद ही हो। इसके साथ ही कम्प्यूटर की शिक्षा के लिए आधुनिक लैब मौजूद है। यहां पर एनसीसी के बाबत भी जानकारी उच्च श्रेणीकी दी जाती है। विद्यालय के बंद होने की जानकारी मिलते ही शिक्षकों, अभिभावकों व छात्रों में निराशा छायी हुई है। लोगों का कहना है कि सरकार रेल सुविधा के तहत दी जाने वाली सामाजिक जिम्मेदारियों का लगता है निर्वहन करना नहीं चाहती। वैसे जानकारी अनुसार तीन बिन्दओं पर सरकार का मंथन चल रहा है।