पटना

जहानाबाद: बिहार और झारखंड को दहलाने का नक्सलियों का मंसूबा नाकाम


हैंड ग्रेनेड और हथियारों को असेम्बलिंग कर नक्सली को किया जाता था सप्लाई

बिस्टॉल गांव में मिला हथियारों का जखीरा

जहानाबाद। एसटीएफ़ और जहानाबाद पुलिस को एक बड़ी कामयावी हाथ लगी है। कामयावी ऐसी की पुलिस महकमें की आंखे चमक उठी है। हथियारों का ऐसा जखीरा जिसमे बिहार और झारखंड को दहलाने की नक्सलियों के मंसूबे नाकामयाब हो गए। एक या दो नही बल्कि 7284 हैंड ग्रेनेड सहित जखीरों शामिल है।

दरअसल में एसटीएफ़ और जहानाबाद पुलिस की संयुक्त छापेमारी में कड़ौना ओपी क्षेत्र के बिस्टॉल गांव के रहने वाले और नक्सली संगठन को विस्फ़ोटक और हथियार की सप्लाई करने वाले, परशुराम सिंह और संजय सिंह नामक दो नक्सलियों को विस्फ़ोटक के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया गया है।

बरामद हथियार

पटना जिला के दानापुर में गुप्त सूचना के आधार पर 30 मार्च को एसटीएफ़ द्वारा गिरफ्तार किया गया था। जिसकी निशानदेही पर जब पुलिस ने जहानाबाद जिला के कड़ौना ओपी क्षेत्र के बिस्टॉल गांव के परशुराम सिंह के यहां छापेमारी की छापेमारी में परशुराम सिंह के घर और बगीचा में रखे, 7284 से ज्यादा हैंड ग्रेनेड एक देशी रायफ़ल, 25 कारतूस, 605 डेटोनेटर, एक बंडल सेफ्टी फ्यूज, 03 ग्रेनेड लॉन्चिंग प्लेट, 04 पुलिस वर्दी, 02 वायरलेस सेट, 07 रायफ़ल मैगजीन, नक्सली साहित्य के इलावा बम बनाने में इस्तेमाल होने वाला चारकोल और लैंड माईनस लगाने के काम आने वाला भारी मात्रा में तार के इलावा अन्य सामान बरामद किया गया है।

हैंड ग्रेनेड और हथियारों को असेम्बलिंग कर बिहार एवं झारखंड के नक्सली संगठन को किया जाता था सप्लाई। इस वाबत एसपी दीपक रंजन ने बताया की पकड़े गए नक्सलियों के पास बंगाल सहित अन्य राज्यो से अर्धनिर्मित हथियार और विस्फ़ोटक पहुंचाया जाता था। जिसके बाद सभी अर्धनिर्मित हैंड ग्रेनेड और हथियारों को असेम्बलिंग कर झारखंड के नक्सली संगठन के लोगो को सप्लाई किया जाता था।

नक्सलियों से विस्फ़ोटक और हथियारों के जखीरा की बरामदगी पर एसपी दीपक रंजन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों नक्सलियों से पूछ ताछ के आधार पर अन्य जगहों पर भी छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया की गिरफ्तार किए गए दोनों लोग नक्सलियों को हथियार सप्लाई करने वाले कूरियर है।