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टेस्ट में कम मौके मिलने पर युवराज सिंह ने ज़ाहिर किया दर्द, कहा- सात साल 12वां खिलाड़ी रहा


  • 2003 में टेस्ट डेब्यू करने वाले युवराज सिंह को सिर्फ 40 मैच खेलने का ही मौका मिला. इस दौरान उन्होंने 1900 रन और 9 विकेट अपने नाम किए. अब रिटायरमेंट लेने के बाद उन्होंने टेस्ट में कम मौका मिलने पर नाराज़गी जाहिर की है.

क्रिकेट जगत में ‘सिक्सर किंग’ के नाम से मशहूर पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज़ युवराज सिंह ने अकेले दम पर टीम इंडिया को कई मैच जिताए हैं. भारत को 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप जिताने में भी युवराज का अहम रोल रहा था. लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनको ज्यादा मौके नहीं मिले, जिसकी वजह से आज भी युवी नाखुश हैं. युवराज ने उन्हें नजरअंदाज करने और नियमित रूप से टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं देने के लिए अपने समय के टीम प्रबंधन पर की आलोचना की है. दरअसल, उन्होंने साफ साफ तो ऐसा कुछ नहीं कहा है, लेकिन उनका हालिया ट्वीट इस ओर इशारा कर रहा है.

दरअसल, ‘विजडन इंडिया’ ने युवराज सिंह की फोटो ट्वीट करते हुए फैन्स से पूछा था कि वे कोई ऐसे खिलाड़ी का नाम बताएं, जो उनके हिसाब से ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेल सकता था, लेकिन उसे मौका नहीं दिया गया. युवराज ने विजडन के इस ट्वीट का जवाब देते हुए अपने समय के टीम मैनेजमेंट पर निशाना साधा. विजडन के ट्वीट का जवाब देते हुए युवराज ने लिखा, “शायद अगले जन्‍म में ऐसा हो, जब मैं सात साल तक 12वां खिलाड़ी न बनूं.”