पटना

बिहारशरीफ: पुलिस पब्लिक फ्रेंडली की बातें हुई बेमानी- गोखुलपुर ओपी की गाड़ी ने तीन लोगों को मारी टक्कर और तड़पता छोड़कर गाड़ी को छिपाया


      • घटना के बाद जब लोग गाड़ी को खोज निकाला तब पुलिस गाड़ी पर एफआईआर करने से इंकार लेकिन ग्रामीणों के अड़ने पर प्राथमिकी को हुए राजी
      • पुलिस की करतूत का वीडियो बनाकर ग्रामीणों ने किया वायरल 

बिहारशरीफ (नालंदा)। बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार चाहे जितना भी पुलिस-पब्लिक फ्रेंडली की बात करें, लेकिन इससे इतर पुलिस का दमनात्मक चेहरा सामने आ ही जा रहा है। जिले के हरनौत प्रखंड के गोखुलपुर थाना ओपी का ऐसा ही दमनात्मक कार्रवाई सामने दिखी है। पीड़ित लोग थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए मिन्नत कर रहे है लेकिन थानेदार अन्य थाना पुलिस को बुलाकर ग्रामीणों को धौंस दिखा रही है और किसी भी हाल में एक दुर्घटना के मामले में पुलिस गाड़ी पर प्राथमिकी करने से इंकार कर रही है। और तो और ओपी थानाध्यक्ष ग्रामीणों को यह बता रहे है कि प्राथमिकी तभी होगी जब अज्ञात वाहन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज होगा। और तो और पुलिस यह भी कह रही है कि बदले में कुछ पैसा ले लो और मैनेज कर अज्ञात वाहन पर प्राथमिकी दर्ज कराओ। इधर दूसरी ओर ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है।

बताया जाता है कि आज अपराह्न रहुई-निजाय पथ में रहुई थाना के सैदी मोड़ के पास एक बाइक में गोखुलपुर थाना की बोलेरो गाड़ी ने टक्कर मार दी, जिसमें जवाहर मांझी, सलक मांझी तथा कपिल मांझी बुरी तरह जख्मी हो गया। तीनों ही लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं जिन्हें इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया है। पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार कर रही है। सभी घायल लोग रहुई थाना के हवनपुरा पंचायत के जनकपुर गांव के रहने वाले हैं और महादलित परिवार से आते है।

बाइक में टक्कर मारने के बाद गोखुलपुर ओपी थाना की बिना नंबर की बोलेरो गाड़ी दुर्घटना में घायल तीन लोगों को लावारिस छोड़कर बोलेरो लेकर फरार हो गयी और थाना परिसर में ले जाकर गाड़ी को कवर लगाकर रख दिया। लेकिन घटना की सूचना पाकर काफी संख्या में ग्रामीण वहां जमा हो गये और छिपायी गयी गाड़ी का वीडियो बनाकर वायरल किया। पुलिस गाड़ी भी क्षतिग्रस्त है जो यह दर्शाती है कि पुलिस ने साक्ष्य छिपाने के लिए अपनी गाड़ी छिपाई है। एक दो नहीं दर्जनों लोगों ने इस घटना को आंखोदेखी है। अब तो पुलिस भी इसे स्वीकार रही है लेकिन पुलिस गाड़ी पर नामजद प्राथमिकी से इंकार कर रही है।

घटना स्थल रहुई थाना क्षेत्र है और रहुई के थानाध्यक्ष बिंद के थानाध्यक्ष के साथ गोखुलपुर ओपी पहुंचकर ग्रामीणों को समझा-बुझाकर और दहशत दिखाकर मामले को मैनेज करने में लगे है।

पुलिस फ्रेंडली का लंबा-लंबा भाषण आज तार-तार होता दिख रहा है। एक तो टक्कर मारकर लोगों को जख्मी किया। दूसरा घायल लोगों को तड़पता छोड़कर पुलिस फरार हो गयी और साक्ष्य छिपाने के लिए गाड़ी को छिपा दिया। इसके बाद भी जब लोग सच्चाई की प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे तो प्राथमिकी से इंकार कर दिया। हालांकि देर रात ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत और नामजद प्राथमिकी की बात पर अड़े रहने के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने की हामी तो भरी है, हालांकि प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है।