पटना

बेगूसराय: शिक्षक प्रतिनियुक्ति रद्द करने के बावजूद प्रति नियोजन का खेल जारी


बेगूसराय (आससे)। शिक्षा विभाग के कारनामे से हर कोई वाकिफ है प्रति नियोजन रद्द करने का मामला कोई नई बात नहीं है जिला शिक्षा पदाधिकारी के बदलते ही प्रति नियोजन रद्द करने की पत्र भी निकल जाते हैं। कुछ इसी तरह के वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी शर्मिला राय ने भी पुरानी परंपरा को कायम करते हुए प्रति नियोजन रद्द करने से संबंधित पत्र जारी कर सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आदेश दिया है कि शिक्षक एवं शिक्षिका से संबंधित प्रति नियोजन की सूची जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में उपलब्ध करा दें।

जिला शिक्षा पदाधिकारी शर्मिला राय ने 19 अप्रैल 2022 को पत्र प्रेषित कर सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से प्रति नियोजन से संबंधित सूची की मांग की है। आपदा, चुनाव कार्य, बाल गृह एवं वर्ग नवम में प्रतिनियुक्त शिक्षकों को छोड़कर शेष अन्य किसी भी प्रकार की प्रतिनियुक्ति अथवा किसी भी पदाधिकारी स्तर से प्रतिनियुक्त शिक्षक को पत्र निर्गत की तिथि से रद्द करने का आदेश दिया है।

जिला शिक्षा पदाधिकारी शर्मिला राय ने कड़ा रुख अपनाते हुए सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया है कि प्रतिनियुक्त शिक्षक मूल विद्यालय में योगदान उपरांत ही वेतन देय होगा अन्यथा की स्थिति में जानकारी प्राप्त होती है कि कोई शिक्षक वर्तमान में भी प्रतिनियुक्त हैं तो ऐसी स्थिति में संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के विरुद्ध बगैर स्पष्टीकरण करते हुए उनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई हेतु प्रपत्र ‘क’ गठित कर उच्च अधिकारी को प्रतिवेदित कर दिया जाएगा। जिसकी सारी जवाबदेही संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की होगी।

ज्ञात हो कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से अनेक बार प्रतिनियुक्ति रद्द संबंधी पत्र निर्गत होते रहे हैं। इसके बावजूद शिक्षकों का प्रतिनियोजित होना समझ से पड़े है। आखिरकार शिक्षकों का प्रति नियोजन कैसे हो जाता है। प्रति नियोजन के खेल में नियोजन इकाई से लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय तक खेला जाता है। अगर वाकई में शिक्षकों का प्रति नियोजन रद्द करने की बात की जा रही है तो यह सराहनीय कदम है लेकिन शिक्षक प्रति नियोजन का खेल बदस्तूर जारी रहते हैं या फिर इसपर लगाम लगता है ये तो आने वाले समय ही बतायेगा।