पटना

मुजफ्फरपुर: चमकी बुखार को लेकर सघन जागरूकता अभियान चलाने का डीएम को दिया निर्देश


बोले-पीएचसी का करें औचक  निरीक्षण, अनुपस्थित पदाधिकारियों-कर्मियों पर की जाएगी  काररवाई

मुजफ्फरपुर। जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में एईएस/ चमकी बुखार को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की गई। बैठक में बढ़ते तापमान को देखते हुए एईएस को लेकर आम जनमानस विशेषकर दलित महादलित टोलों, वार्ड एवं गांव स्तर पर जागरूकता अभियान को और गति देने का निर्देश विभिन्न विभागों को दिया गया।

बैठक में उपस्थित जीविका एवं आईसीडीएस को विशेष तौर पर निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जीविका दीदियों, आंगनवाड़ी सेविका /सहायिका एवं आशा के द्वारा डोर टू डोर भ्रमण कर पोस्टर पंपलेट वितरण के साथ क्या करें क्या ना करें तथा इससे संबंधित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं को प्रचारित किया जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि आमतौर पर मई माह एवं जून के प्रथम 20 से 22 दिनों तक उक्त बीमारी का प्रकोप की संभावना प्रबल होती है। ऐसे में सभी विभाग परस्पर समन्वय के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना सुनिश्चित करें साथ ही स्वास्थ विभाग अलर्ट मोड में रहे। कहा कि एईएस के को लेकर किसी भी तरह की कोताही पर संबंधित पर जिम्मेदारी फिक्स की जाएगी। कहा कि टीम बनाकर पीएचसी का औचक निरीक्षण करना सुनिश्चित किया जाए। अनुपस्थित पाए जाने वाले पदाधिकारियों, चिकित्सकों मेडिकल स्टाफ /कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाय।

बैठक में उन्होंने पीएचसी  में  दवाओं की उपलब्धता, महत्वपूर्ण उपकरणों की उपलब्धता ,एईएस बेड इत्यादि की भी समीक्षा की। नोडल पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने बताया कि एईएस को लेकर विभिन्न माध्यमों से लोगों को जागरूक किया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में 800000 पोस्टर का वितरण किया जा चुका है। पुनः 800000 पोस्टर विभिन्न 4 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा विभागों को मुहैया कराया गया है जिसको आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सेविका /सहायिका के द्वारा दलित-महादलित टोलों में वितरित कराया जा रहा है। वहीं नोडल पदाधिकारी प्रचार प्रसार कोषांग कमल सिंह ने बताया कि जनसंपर्क विभाग के माध्यम से शीघ्र ही सघन जागरूकता कार्यक्रम किया जाएगा।

डॉक्टर सतीश कुमार ने बताया कि इस बार एईएस के कुल 16 केस आए हैं। जिसमें से आठ केस  मुजफ्फरपुर जिले के शेष अन्य जिलों से सम्बंधित हैं। उन्होंने कहा कि इस बार अभी तक दो की मृत्यु हुई है। इसमें एक मोतिहारी और एक पश्चिमी चंपारण से संबंधित है जबकि अंडर ट्रीटमेंट की संख्या निल है। बैठक में उप विकास आयुक्त, सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ  अनुपम के साथ जिला स्तरीय विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।