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वैक्सीनेशनसे देश जीतेगा जंग-प्रधान मंत्री


वाराणसीमें टीकाकरणकी अच्छी प्रगति, कोरोना वॉरियर्ससे किया संवाद
नयी दिल्ली (आससे.) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि वाराणसी में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे के नवीकरण से समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश को मदद मिली है तथा टीकाकरण अभियान भारत को आत्मनिर्भर बना रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री ने विपक्षी पर निशाना साधते हुये कहा है कि जब वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी, तो ये वैक्सीन, वैक्सीन चिल्ला रहे थे, लेकिन अब वैक्सीन आ गई है, तो वे इनमें खामियां निकाल रहे हैं। आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोविड टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों और टीका लगाने वालों के साथ बातचीत करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आज दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है। प्रधानमंत्री ने पिछले 6 साल के दौरान बनारस और इसके आसपास के इलाकों में चिकित्सा अवसंरचना में हुये बदलाव का उल्लेख करते हुये कहा कि इससे कोरोना काल में पूरे पूर्वांचल को मदद मिली है। उन्होंने कहा कि अब बनारस में भी टीकाकरण की अच्छी गति देखने को मिल रही है। बनारस में 20 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य पेशेवरों का टीकाकरण होगा। इसके लिये 15 टीकाकरण केन्द्रों की स्थापना की गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के संवाद का उद्देश्य टीकाकरण के संबंध में व्यवस्थाओं और संभावित समस्याओं को लेकर पूछताछ करना है। उन्होंने उम्मीद जताया कि वाराणसी के लोगों से मिले फीडबैक से वहां के हालात को समझने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम से जुड़े बनारस के लोगों, सभी चिकित्सकों, अस्पतालों के मेडिकल स्टाफ, पैरा मेडिकल स्टाफ, स्वच्छता कर्मचारियों और कोरोना टीके से जुड़े हर व्यक्ति को बधाई दी। उन्होंने कोविड के कारण इस अवसर पर लोगों के साथ होने में असमर्थ रहने पर अफसोस प्रकट किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में आज दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने टीकाकरण अभियान के पहले चरण में खुद टीके लगवाकर निर्णायक कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का टीका लगवाने का कदम महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे वे बिना किसी भय के अपना काम कर सकेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वैक्सीन के आपात उपयोग की अनुमति देना राजनीतिक फैसला नहीं है, बल्कि डॉक्टरों और वैज्ञानिकों के साथ कई दौर के विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया गया है। प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान कई लाभार्थियों ने कहा कि टीका लगवाने से उन्हें कोई परेशानी नहीं है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने वाराणसी के शिव प्रसाद गुप्त जिला महिला अस्पताल की पुष्पा से बातचीत की। पुष्पा ने देशभर में टीकाकरण के लिये सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया। साथ ही पुष्पा ने लोगों से टीके लगवाने की अपील की। प्रधानमंत्री ने वाराणसी में स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमती रानी श्रीवास्तव से भी बातचीत की। रानी ने वैक्सीन के लिये प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। वाराणसी के पाण्डेयपुर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय सी.एच.सी. अस्पताल के डॉक्टर वी.शुक्ल ने कहा कि लोग वैक्सीन से खुश हैं। प्रधानमंत्री ने यह कहते हुये विपक्षी दलों पर कटाक्ष किया कि जब वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी तो ये वैक्सीन, वैक्सीन चिल्ला रहे थे,लेकिन अब वैक्सीन आ गई है तो वे इनमें खामियां निकाल रहे हैं। मालूम हो कि प्रधानमंत्री ने 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान की शुरूआत की थी और प्राथमिकता वाले 30 करोड़ से अधिक अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को वैक्सीन देने की घोषणा की थी। आज 7 बजे तक लगभग 10,43,534 टीके लगाये गये हैं।