वाराणसी

उच्च न्यायालय के आदेश का समुचित पालन नही करने पर अमीन को निलंबित और लेखपाल को स्थानांतरित करने का आदेश


अब प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय शनिवार को होगा संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन ,शिकायती प्रार्थना पत्रों का निस्तारण गुणवत्ता के साथ प्रत्येक दशा में एक सप्ताह के अंदर सुनिश्चित कराएं-जिलाधिकारी

वाराणसी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शासन की मंशा के अनुरूप जनसमस्याओं के निस्तारण में तेजी लाए जाने हेतु विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों का निस्तारण प्रत्येक दशा में गुणवत्ता के साथ एक सप्ताह के अंदर सुनिश्चित कराया जाए। प्रार्थना पत्रों के निस्तारण एवं निस्तारण की गुणवत्ता पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही अथवा शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा शनिवार को पिंडरा तहसील मुख्यालय पर आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जन शिकायतों का निस्तारण कर रहे थे। इस दौरान अधिकतर भूमि विवाद से सम्बंधी मामले सामने आये। जिसमें बसंतपुर ग्राम के एक मामले में बांके पुत्र भीमचण्डी निवासी बसंतपुर द्वारा किये गये अवैध कब्जे को खाली कराने की शिकायत शिकायतकर्ता शिवशंकर पाण्डेय द्वारा पूर्व में की गई थी, जिसमें सम्बंधित लेखपाल ने सही ढंग से कार्यवाही नहीं की जिसपर प्रार्थी ने 122 बी की समुचित कार्यवाही हेतु हाई कोर्ट से गुहार लगाई। हाई कोर्ट ने कब्जा खाली कराते हुए अर्थदंड की धनराशि सरकारी खजाने में जमा कराने का आदेश देते हुए साथ ही कृत कार्यवाही से कोर्ट को सूचित करने का भी निर्देश दिया था। जिलाधिकारी द्वारा कोर्ट के आदेश के अनुपालन की जानकारी मांगी गई जिस पर लेखपाल सहित अन्य तहसील कर्मी कोई समुचित कार्यवाही के दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके और न ही धनराशि खजाने में जमा करायी गयी जिस पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए अमीन संतोष कुमार को निलम्बित करने और सम्बंधित लेखपाल मोहम्मद अय्यूब को आज ही राजातालाब तहसील पर स्थानांतरित करने का निर्देश देते हुए डिप्टी कलेक्टर न्यायिक राजातालाब को प्रकरण की जांच सौंपी। सरायतक्की गाँव के सियम्बर ने श्रम विभाग द्वारा शादी अनुदान की धनराशि न मिलने को लेकर शिकायत की जिसपर जिलाधिकारी ने सहायक श्रमायुक्त को जाँच कर आवश्यक कार्यवाही का निर्देश दिया। वही कोईराजपुर गाँव के राजेन्दर ने चकबन्दीकर्ता द्वारा साजिश के तहत राजस्व अभिलेख मे हेरा फेरी करने के सम्बन्ध मे जिलाधिकारी से शिकायत की जिस पर उन्होंने उप संचालक चकबन्दी को उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम मे नियमानुसार जाँच कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया। गड़खरा गांव के रामप्रवेश पाण्डेय ने ग्राम सभा में नाली मरम्मत व निर्माण कराये जाने के संबंध मे जिलाधिकारी से गुहार लगायी जिस पर जिलाधिकारी ने बीडीओ पिण्डरा को जाँच कर आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया। ग्राम सभा भोपापुर की नीलम देवी ने जिलाधिकारी से कुछ दबंगो द्वारा मारने पिटने की शिकायत की जिस पर जिलाधिकारी ने एस0ओ0 चोलापुर को तत्काल एफआईआर करने का निर्देश दिया। तहसील दिवस पर जिलाधिकारी के पहुंचते ही फरियादीओ की भीड़ उमड़ गयी और लोगो ने अपने समस्या को अधिकारियो के सामने रखा। जिस पर जिलाधिकारी ने तहसील दिवस पर आये सभी मामले को एक सप्ताह में निस्तारित करने का आदेश दिया।
संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर पिंडरा तहसील पर 73, सदर पर 82 व राजातालाब पर 91 सहित कुल 246 प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रो में से क्रमश पिंडरा तहसील पर 05, सदर पर 03 तथा राजातालाब पर 07 सहित कुल 15 शिकायती प्रार्थना पत्रों का मौके पर ही निस्तारण किया गया तथा शेष प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभागीय अधिकारियों को उपलब्ध कराते हुए एक सप्ताह के अंदर निस्तारण किए जाने का निर्देश दिया गया। तहसील दिवस पर राजस्व विभाग, आपूर्ति विभाग व पुलिस विभाग तथा अन्य से सम्बंधित अधिकतर मामले आये। गौरतलब है कि इससे पहले संपूर्ण समाधान दिवस प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय मंगलवार को आयोजित होता रहा। लेकिन शासन के निर्देशानुसार अब यह प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय शनिवार का होगा।
तहसील दिवस के अवसर पर पिण्डरा तहसील पर एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह, एसपी ग्रामीण अमित वर्मा, उपजिलाधिकारी गिरीश कुमार द्विवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0बी बी सिंह, तहसीलदार रामनाथ, नायब तहसीलदार शाक्षी राय, प्रभारी बीडीओ पिण्डरा आशीष सिंह, खण्ड शिक्षाधिकारी पिण्डरा अशोक सिंह, सीओ पिंडरा अभिषेक पाण्डेय, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी हरिचंद्र मौर्या सहित सभी तहसील मुख्यालयों पर कएडीएम, एसडीएम एवं संबंधित विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।