पटना

नीति आयोग की रिपोर्ट पर बोले नीतीश- बिहार से मुंबई की तुलना ठीक नहीं


जातीय जनगणना पर बनेगी बात

(आज समाचार सेवा)

पटना। स्वास्थ्य क्षेत्र के संबंध में नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार के बारे में नकारात्मक टिप्पणी पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि यह विचित्र बात है कि नीति आयोग सारे देश को एक ही तरीके से देख रहा। वास्तविक अध्ययन करना चाहिए। यहां के लोग जो काम कर रहे हैं उसे भी देखना चाहिए। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में नीतीश कुमार ने यह बाते कहीं। लखीमपुरी खीरी में हुई घटना के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यूपी का मामला है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की स्थिति यह है कि आबादी के लिहाज से यह यूपी और महाराष्ट्र के बाद तीसरे नंबर पर है। यहां प्रति वर्ग मीटर पर जितनी आबादी है उतना देश मे कहीं नहीं है। शायद ही विश्व में भी कहीं इस तरह की स्थिति हो। बिहार में जब से हमलोगों को काम करने का मौका मिला तब से एक-एक विषय पर काम कर रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में पहले क्या स्थिति थी वह सभी को पता है। बिहार के बारे में मैंने एक रिपोर्ट पढ़ी थी कि यहां के गरीब परिवार को अपने भोजन से अधिक इलाज पर खर्च करना पड़ता है।

सीएम नीतीश ने नीति आयोग पर कहा कि कोई भी चीज बोलने से पहले वास्तविक स्थिति का अध्ययन करना चाहिए। बिहार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन्मतिथि के दिन रिकार्ड 33 लाख लोगों का टीकाकरण किया गया। इसी तरह गांधी जयंती के दिन 35 लाख लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य था और हमलोगों ने 30 लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया। नीतीश ने कहा कि नीति आयोग की बैठक में ही इन सब बातों की मैं चर्चा करूंगा।