पटना

पटना: 80 हजार स्कूलों में होगी कैचअप कोर्स की पढ़ाई


      • 2री से 10वीं के पौने दो करोड़ बच्चों की क्षति की होगी भरपायी
      • ट्रेनिंग के बाद 5 से लाखों शिक्षक पढ़ायेंगे कैचअप कोर्स का पाठ

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य के तकरीबन 80 हजार सरकारी स्कूलों के 1ली से 9वीं कक्षा के करीब पौने दो करोड़ बच्चे पहली अप्रैल से शुरू होने वाले नये शैक्षिक सत्र में नयी कक्षा में पहुंचेंगे, लेकिन तीन माह तक पुरानी कक्षा के ही पाठ कैचअप कोर्स के जरिये पढ़ेंगे। पांच अप्रैल से 2री से लेकर 10वीं कक्षा के बच्चों की कैचअप कोर्स की पढ़ाई स्कूलों में शुरू हो जायेगी। उसके पहले कैचअप कोर्स पढ़ाने के लिए 2री से 10वीं कक्षा के लाखों शिक्षकों की ट्रेनिंग होगी।

2री से लेकर 10वीं कक्षा तक के बच्चों कैचअप कोर्स इसलिए पढ़ाया जायेगा, ताकि कोरोनाकाल में पढ़ाई की हुई क्षति की भरपाई की जा सके। कैचअप कोर्स के लिए तय तीन महीनों में स्कूलों में 60 कार्य दिवस पड़ते हैं। यानी, तीन माह के 60 कार्य दिवस में स्कूलों में कैचअप कोर्स की पढ़ाई होगी। उसके बाद ही स्कूलों में नयी कक्षा के पाठ्यक्रम की पढ़ाई 2री से 10वीं कक्षा के बच्चों के लिए शुरू होगी।

कैचअप कोर्स के लिए पाठ्यसामग्री  तैयार हो गयी है। पाठ्यसामग्री राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ने विषय विशेषज्ञ शिक्षकों से तैयारी करायी है। मुद्रित पाठ्यसामग्री बिहार राज्य पाठ्यपुस्तक प्रकाशन निगम लिमिटेड द्वारा 25 मार्च तक जिलों को उपलब्ध करायी जायेगी, जो सभी प्रखंड मुख्यालयों में 31 मार्च तक पहुंचेगी। मुद्रित पाठ्यसामग्री की दो-दो प्रति हर स्कूल को एक से तीन अप्रैल के बीच  मिल जायेगी।

कैचअप कोर्स पढ़ाने के लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग भी मिलेगी। शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर द्वारा ट्रेनिंग दी जायेगी। इसके लिए 304 मास्टर ट्रेनर तैयार किये जायेंगे। मास्टर ट्रेनरों को राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा 15 मार्च से 17 मार्च तक की अवधि में ट्रेनिंग दी जायेगी। मास्टर ट्रेनर के रूप में ट्रेनिंग  के लिए सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों तथा माध्यमिक शिक्षा, प्रारंभिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा अभियान के प्रभार वाले जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों से 10 मार्च तक सूची मांगी गयी है। सूची ईमेल से बिहार शिक्षा परियोजना परिषद तथा राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद को उपलब्ध करायी जानी है।

मास्टर ट्रेनरों द्वारा जिलों में कार्यरत शिक्षकों को 23 मार्च से 26 मार्च की अवधि में ट्रेनिंग दी जायेगी। शिक्षकों की ट्रेनिंग जिला स्तर पर, प्रखंड स्तर पर एवं संकुल स्तर पर होगी। ट्रेनिंग के शिड्यूल जिले द्वारा 14 मार्च तक मास्टर ट्रेनर को उपलब्ध कराये जायेंगे।

इस बाबत बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों तथा माध्यमिक शिक्षा, प्रारंभिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा अभियान के प्रभार वाले जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।