सम्पादकीय

नयी शिक्षा नीतिकी चुनौती

डा.वरिंदर भाटिया   नयी शिक्षा नीति २०२० एक पॉलिसी डाक्यूमेंट है जिसमें सरकार शिक्षाके क्षेत्रमें देशकी दशा और दिशा तय करेगी। हालांकि राज्य सरकारें इसे पूरी तरह माननेके लिए विवश नहीं है। जहां कहीं टकराव वाली स्थिति होती है, दोनों पक्षोंको आम सहमतिसे इसे सुलझानेका सुझाव दिया गया है। नयी शिक्षा नीति २०२० से जुड़ी बुनियादी […]

सम्पादकीय

शैक्षणिक व्यवस्थाका सूत्रधार

 डा. शंकर सुवन सिंह  मनुष्य सभी प्राणियोंमें सर्वश्रेष्ठ है, अन्य प्राणियोंकी मानसिक शक्तिकी अपेक्षा मनुष्यकी मानसिक शक्ति अत्यधिक विकसित है। मनुष्यके पास प्रचुर मात्रामें ज्ञान होता है। इस ज्ञानका उपयोग देशकी सेवामें लगाना चाहिए। तभी मनुष्यका जीवन सफल हो सकता है। मनुष्य कौन है। इस बातका उसे अध्ययन करना चाहिए और इस बातके लिए सदैव […]

सम्पादकीय

भारतकी रणनीतिसे बदले चीन और पाकिस्तानके सुर

 रविकान्त त्रिपाठी भारतसे लगी चीन और पाकिस्तान सीमापर लम्बे समयसे चल रही तनातनी अचानक शान्त हो गयी, यह भारत और चीनके बीच कई दौरकी वार्ताके बाद बनीं सहमतिका परिणाम था। चीन पीछे क्यों हटा यह कौतूहलका विषय हो सकता है लेकिन यह भारतकी रणनीतिक और कूटनीतिक विजय कही जाय तो शायद कुछ गलत नहीं होगा। […]

सम्पादकीय

तीर्थोंका महत्व 

शिवप्रसाद ‘कमल’ तीर्थोंके महत्वके सम्बन्धमें हमारे यहां पुराणोंमें विस्तारसे बताया गया है। कहा गया, तीथ्र्यते अनने वा तरन्त्यनेने वा। अर्थात्ï जिन स्थानों, सन्तों, देवालयोंके दर्शनसे मनुष्य सारे दुख रूपी सालारको पार कर जाता है अथवा तैर जाता है, उन्हें तीर्थ कहते हैं। माना गया कि जहां जानेपर मन स्वत: सांसारिक कलह, ईष्र्या-द्वेष, दम्भ, अभिमान काम-क्रोध […]

सम्पादकीय

इमरानकी कुटिलता

पाकिस्तानके प्रधान मंत्री इमरान खानने पाकिस्तान दिवसके अवसरपर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदीकी ओरसे भेजे गये शुभकामना-पत्रका जवाब दे दिया है। इमरान खानके जवाबी पत्रकी भाषा और भावनाके निहितार्थको समझना भी जरूरी है। उन्होंने प्रधान मंत्री मोदीको शुक्रिया अदा करते हुए कहा है कि दोनों देशोंके बीच लम्बित मुद्दोंका हल निकालनेको लेकर सार्थक और नतीजा देनेवाली […]

सम्पादकीय

नये सिरेसे फन उठाता आतंकवाद

राजेश माहेश्वरी  कश्मीर घाटीमें आतंकी गतिविधियांमें फिरसे तेजी आयी है। उत्तरी कश्मीरके सोपोर जिलेमें आतंकियोंने एक पुलिस चौकीपर ग्रेनेडसे हमला किया था। पुलिस चौकीपर हुए इस आतंकी हमलेमें दो पुलिसकर्मी घायल हुए थे। कश्मीर घाटीमें अस्थिरता फैलानेके लिए पाकिस्तान द्वारा आतंकी तत्वोंको समर्थन देनेकी बात तो अपनी जगह है ही, परन्तु वहां हिंसाकी घटनाओंमें ताजा […]

सम्पादकीय

धरती बचानेकी चिन्ता

ऋतुपर्ण दवे विश्वभरमें पर्यावरणको लेकर जितनी चिन्ता दिखती है, उतनी धरातलपर उतरती नहीं है। सच यह है कि वैश्विक लीडरशिपकी मौजूदगीके बावजूद प्रकृतिके बिगड़ते मिजाजको काबूमें नहीं लाया जा सका है।  धरतीकी सूखती कोख, आसमानका हांफता रूप बीती एक-दो पीढिय़ोंने ही देखा है। इससे पहले हर गांवमें कुंए, पोखरे, तालाब शान हुआ करते थे। गर्मीकी […]

सम्पादकीय

वैश्विक शक्तियोंके बीच घमासान

आर.डी. सत्येन्द्र कुमार रूसी राष्टï्रपति ब्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्टï्रपति जो बाइडेनके बीच हुई तकरार सुर्खियोंमें है। इस तकरारके केन्द्रमें वैसे पूर्व अमेरिकी राष्टï्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हैं। इसको राजनीतिक एवं आर्थिक क्षेत्रोंमें वैसे तो कई कारणोंसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है लेकिन सबसे अहम कारण यह है कि यह दो वैश्विक शक्तियोंके सर्वोच्च एवं शिखरस्थ […]

सम्पादकीय

विश्वका रूपान्तरण 

ओशो  तुम दुख पैदा करते हो। ऐसा नहीं कि तुम जान बूझकर करते हो, परन्तु तुम ही दुख हो, तुम जो भी करो सब ओर दुखके बीज बोते हो। तुम्हारी अकांक्षा व्यर्थ है, तुम्हारा होना महत्वपूर्ण है। तुम सोचते हो कि दूसरोंकी सहायता कर रहे हो, परन्तु तुम बाधा ही डालते हो। तुम सोचते हो […]

सम्पादकीय

कोरोनाको गम्भीरतासे लें

देशमें विगत एक माहसे कोरोना मामलोंमें आयी भारी वृद्धिको स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोविड-१९ की दूसरी लहर मानते हैं लेकिन केन्द्रीय स्वास्थ्यमंत्री डाक्टर हर्षवर्धनका मानना है कि इस वृद्धिका सबसे प्रमुख कारण यह है कि लोग इस महामारीको गम्भीरतासे नहीं ले रहे हैं। लोग कोविड-१९ को हल्केमें ले रहे हैं। स्वास्थ्यमंत्रीने मंगलवारको स्पष्टïत: कहा कि देशमें बहुत […]