सम्पादकीय

आनन्दका भौतिक विज्ञान योग

हृदयनारायण दीक्षित योग शारीरिक व्यायाम नहीं है। व्यायाममें ऊर्जाका उपयोग होता है। योगमें ऊर्जा प्राप्त होती है। सामान्यतया तमाम बीमारियोंको दूर करनेके लिए योगको उपयोगी बताया जाता है। भारतीय चिंतनमें योग दर्शन भी है। सामान्यतया तमाम बीमारियोंको दूर करनेके लिए योगको उपयोगी बताया जाता है। लेकिन भारतीय चिंतनमें योग एक महत्वपूर्ण दर्शन भी है। इसका […]

सम्पादकीय

अफगानिस्तानमें बाइडेनकी चुनौती

टी.मनीष नौसितम्बर २००१ को अमेरिकापर हुए आतंकी हमलेके मद्देनजर अमेरिकी तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुशने ७ अक्तूबर २००१ को आप्रेशन एंड्यूरिंग फ्रीडमको हरी झंडी दे दी। इसका उद्देश्य तालिबान और अल कायदासे अफगानिस्तानका छुटकारा पाना था। १७ महीनोंके लिए बुश-चिनाय-रम्सफील्डके तहत तत्कालीन अमेरिकी प्रशासनने उस युद्धको बहुत तेजीसे आगे बढ़ाया। तबाह देशको और तबाह कर […]

सम्पादकीय

सीताके सात स्वरूप

शिवप्रसाद ‘कमल’ बाल्मीकि रामायणमें सीताके स्थान रामसे आगे माना गया है। सारी रामकथा सीताको केन्द्रमें रखकर चलती है। तुलसीने भी रामचरितमानसमें सीताके सात स्वरूपोंका वर्णन करके उन्हें महत्वपूर्ण स्थान दिया है। मानसमें भी सम्पूर्ण रामकथा सीताके इर्द-गिर्द घूमती है। तुलसीके अनुसार जैसे मानसके सात कांड हैं, वैसे ही सीताके साथ रूप भी हैं जो हर […]