सम्पादकीय

आत्मज्ञानकी प्राप्ति

जग्गी वासुदेव आत्मज्ञान प्राप्त होनेका अर्थ यह नहीं है कि यह कूदकर किसी लक्ष्यको प्राप्त कर लेने जैसा नहीं है अथवा किसी पर्वतके शिखरपर पहुंच जाने जैसा भी नहीं है। यह तो सिर्फ स्वको जान लेना ही है। जब उस सत्यको जान लेते हैं जो पहलेसे ही वहां है तो हम इसे आत्मज्ञान कहते हैं। […]

सम्पादकीय

रेल रोकोका सीमित असर

नये कृषि कानूनोंके विरोधमें गुरुवारको आन्दोलनकारी किसानोंका देशव्यापी रेल रोको आन्दोलन छिटपुट झड़पोंके बीच लगभग शान्तिपूर्ण ही रहा। रेलवे और जिला प्रशासनोंकी ओरसे सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी रही। विभिन्न स्थानोंपर बड़ी संख्यामें सुरक्षाबलोंकी अतिरिक्त तैनाती की गयी थी। दोपहर १२ बजेसे प्रारम्भ हुआ यह आन्दोलन लगभग चार बजे समाप्त हो गया। प्रमुख स्थानोंपर रेल पटरियोंके […]

सम्पादकीय

आंदोलनकी आड़में देशविरोधी कृत्य

आशीष वशिष्ठ  कृषि कानूनोंके विरोधमें जिस तरहकी देशविरोधी घटनाएं सामने आयी हैं, वह चिन्ताका बड़ा कारण है। २६ जनवरीको ट्रैक्टर रैलीकी आड़में जिस तरह लालकिलेमें एक विशेष रंगका झंडा फहराया गया, वह देशकी संप्रभुता, एकता और अखंडताका चुनौती देनेवाली घटना है। वहीं किसान आन्दोलनको लेक जिस तरह विदेशी हस्तियोंने बयानबाजी शुरू की उससे यह मामला […]

सम्पादकीय

जागरूकतासे बचाव सम्भव

ज्ञानेन्द्र रावत बीती १२ फरवरीको रात्रि ताजिकिस्तानमें आये ६.३ रिएक्टर स्केल और अमृतसरमें ठीक उसके ३ मिनट बाद ६.१ रिएक्टर स्केलके भूकंपसे कोई जन-धनके नुकसानकी सूचना नहीं है। ताजिकिस्तानमें जमीनके अंदर ८० किलोमीटर इस भूकंपका केन्द्र बताया जा रहा है। उत्तर भारतके हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, नोएडा सहित राजधानी दिल्लीमें भूकंपके झटके […]

सम्पादकीय

संसदका मान गिराती असंसदीय भाषा

भाषा अभिव्यक्तिका सर्वाधिक विश्वसनीय माध्यम है। मनुष्यको सभ्य बनानेके लिए शिक्षा जरूरी है और सभी प्रकारकी शिक्षाका माध्यम भाषा ही है। किसी जमानेमें संसदकी भाषाको श्रेष्ठ और मर्यादित माना जाता था। अब १९९० के दशकके बाद यह धारणा लगातार खंडित हो रही है, क्योंकि हमारी विधायिका और कार्यपालिकाकी भाषा विकृत होती जा रही है। कमोबेश […]

सम्पादकीय

मंत्रोंकी शक्ति

अरुण मंत्रका शाब्दिक अर्थ है, मनन, चिंतन करना। किसी भी समस्याके समाधानके लिए, काफी चिंतन, मनन करनेके बाद जो उपाय, विधिए युक्ति निकलती है, उसे एक सूत्रमें पिरो देनेको आमतौरपर मन्त्र कहते हैं। वेदोंमें किसी भी यज्ञ, स्तुति या अन्य कोई कार्य, करनेकी नियमपूर्वक एवं विस्तारपूर्वक विधिको संक्षिप्त करके संस्कृतमें मन्त्र रूप लिख दिया जाता […]

वाराणसी

अमूलकी जमीनके सीमांकनका किसानोंने किया विरोध, पांच गिरफ्तार

किसाननेता की गिरफ्तारी से आक्रोशित लोगों ने फूलपुर थाने के समक्ष बैठे धरने पर, पुलिस ने किया बल प्रयोग, दर्जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज पिण्डरा। फूलपुर थाना क्षेत्र के कर खिचाव स्थित एग्रो पार्क के पूर्वी छोर जमीन की सीमाकंन करने शनिवार को पहुंचे पुलिस प्रशासन का किसानों ने विरोध किया। इस मामले में पुलिस […]

वाराणसी

तिलक चढ़वानेके लिए बसंत पंचमीपर दूल्हा बनेंगे बाबा

बसंत पंचमी पर बाबा विश्वनाथ के तिलकोत्सव का भव्य आयोजन टेढ़ीनीम स्थित विश्वनाथ मंदिर के महंत डाक्टर  कुलपति तिवारी के आवास पर परंपरानुसार होगा। हरहर महादेव के जयघोष के बीच बाबा की रजत पंचबदन प्रतिमा को पूजन-अभिषेक के लिए रजत सिंहासन पर प्रतिष्ठित किया जाएगा। १६ फरवरी को होने वाले तिलकोत्सव के लिए बाबा को […]

वाराणसी

सुरोंसे सुंगधित हुई राष्ट्ररत्नकी बगिया

काशी विद्यापीठ शताब्दी वर्ष समारोह शताब्दी वर्ष समारोह के चौथे दिन शनिवार को सुरों से राष्ट्ररत्न श्री शिवप्रसाद गुप्त की बगिया सुंगधित हो उठी। सुबह जहां छात्रों ने एक से बढ़कर प्रस्तुति दी। वही सायं कबीर की वाणी की गूंज ने पूरे वातावरण मेंनयी ऊर्जा भर दी। गांधी अध्ययनपीठ सभागार में आयोजित संगीत की तीनों […]

वाराणसी

वीसीने प्रतिभागियोंका बढ़ाया हौसला, स्टालसे की खरीदारी

पेंटिग में अभिषेक तो मेंहदीमें चांदनी ने मारी बाजी काशी विद्यापीठ वाराणसी के शताब्दी वर्ष के अवसर पर हस्तशिल्प  एवं कला मेला  तीसरे दिन विश्वविद्यालय के वाइसचांसलर प्रोफेसर टीएन सिंह ने स्पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता एवं मेहंदी प्रतियोगिता में सम्मिलित सभी प्रतिभागियों का हौसला बुलंद किया। कला मेला में विश्वविद्यालय के वाइसचांसलर  ने सपरिवार कला मेला […]